कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नीं ने G7 समिट में भाग लेने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है।
कनाडा में होने वाली G7 समिट से पहले खालिस्तानी आतंकियों ने चेतावनी दी है कि वे सम्मेलन में पीएम मोदी की पॉलिटिक्स को खत्म कर देंगे। कनाडा के पत्रकार ने यह खुलासा किया है। पत्रकार मोचा बेजिरगान लंबे समय से उत्तर अमेरिका में खालिस्तान समर्थित गतिविधियों को कवर करते रहे हैं।
मोचा ने एएनआई को बताया कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकियों का भारतीय नेताओं के प्रति खतरा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि वह वैंकुवर में खालिस्तानी समर्थकों की एक रैली को कवर कर रहे थे, उस दौरान उन पर हमला हुआ। खालिस्तानी समर्थकों ने उनका गला दबाने की कोशिश की। फोन छीन लिया और उनको रिकॉर्डिंग करने से रोका। उनके साथ मारपीट भी की। ऐसा उनके साथ पहली बार हुआ।
पत्रकार ने बताया कि रैली में खालिस्तानी समर्थक पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को सेलिब्रेट कर रहे थे और कह रहे थे कि वे भारतीय प्रधानमंत्री मोदी की पॉलिटिक्स को G7 में खत्म कर देंगे। वे खुद को इंदिरा गांधी के हत्यारों का अनुयायी बता रहे थे।
मोचा ने कहा कि यह जानकर अफसोस होता है कि कनाडाई नेता इनका साथ दे रहे हैं। वे इनका इतिहास जानते हुए भी ऐसा कर रहे हैं। एक नागरिक होने के नाते मैं उम्मीद करता हूं कि राजनेताओं को इनसे दूर रहना चाहिए।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कनाडा के पीएम ने G7 में आने के लिए न्योता भेजा है। कनाडाई पीएम मार्क कार्नी ने कहा है कि भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है। वह वैश्विक स्तर पर सप्लाई चेन का प्रमुख प्लेयर है। पीएम मोदी का कनाडा जाने का प्लान अभी फाइनल नहीं है। उम्मीद है कि वह 17 जून को G7 आउटरीच सेशन के समय अलबर्टा पहुंचेंगे।
मोचा ने बताया कि खालिस्तानी मूवमेंट को Sikhs for Justice (SFJ) समर्थन दे रहा है। उसे वर्ल्ड सिख आर्गेनाइजेशन जैसे संगठनों से मदद मिल रही है। एसएफजे स्थानीय गुरुद्वारे में लोगों को इकट्ठा कर भीड़ बढ़ाकर उपद्रव करता है। कनाडा में वर्ल्ड सिख आर्गेनाइजेशन से ज्यादा पुराने और बड़े दागी राजनीतिक संगठन मौजूद हैं। इनमें कनाडा सरकार के पुराने व मौजूदा एमपी-मंत्री शामिल हैं, जिनका कनाडाई संस्थानों में अच्छा वर्चस्व है।