अबू सैफुल्लाह नेपाल में लश्कर-ए-तैयबा का पूरा मॉड्यूल संभालता था। सैफुल्लाह का मुख्य काम लश्कर की आतंकवादी गतिविधियों के लिए कैडर और आर्थिक मदद मुहैया कराना था।
Lashkar-e-Taiba: लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर सैफुल्लाह खालिद की पाकिस्तान में हत्या कर दी गई। PTI की रिपोर्ट के मुताबिक सैफुल्लाह खालिद को पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने मार गिराया। अबू सैफुल्लाह लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद के बेहद करीबी था। बताया जा रहा है जैसे ही वो अपने घर के बाहर निकला, हमलावरों ने उसके सिर और सीने में गोली मार दी।
अबू सैफुल्लाह भारत के तीन बड़े हमलों का साजिशकर्ता था। उसने 2005 में बैंगलोर में भारतीय विज्ञान कांग्रेस (आईएससी) पर हमला, 2006 में नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय पर हमला और रामपुर में सीआरपीएफ शिविर पर हमले में भूमिका निभाई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अबू सैफुल्लाह नेपाल में लश्कर-ए-तैयबा का पूरा मॉड्यूल संभालता था। सैफुल्लाह का मुख्य काम लश्कर की आतंकवादी गतिविधियों के लिए कैडर और आर्थिक मदद मुहैया कराना था।
अबू सैफुल्लाह ने कई साल नेपाल में रहकर अपना नाम “विनोद कुमार” रखा। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, वहां वह एक झूठी पहचान के साथ रहता था और उसने नगमा बानू नाम की महिला से शादी की थी।
बताया जा रहा है कि अबू सैफुल्लाह को हाल ही में संगठन ने अलर्ट किया था। इसके साथ ही उसकी गतिविधियों पर सीमित रहने का भी निर्देश दिया था। इसके अलावा उसे सुरक्षा भी दी गई थी।
अबू सैफुल्लाह खालिद भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी था। सैफुल्लाह खालिद लश्कर-ए-तैयबा का ऑपरेटिव था। भारत पर हमलों की तैयारी के लिए लश्कर-ए-तैयबा ने टास्क दिया था। इसके बाद सैफुल्लाह नेपाल में कई सालों तक बेस बनाकर वहां रहा और भारत में आतंकवादी हमले करवाए। लेकिन बाद में नेपाल से भागकर पाकिस्तान में छिपा हुआ था।