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Lawrence Bishnoi का कनाडा और अमेरिका सहित 6 देशों में नेटवर्क, गैंग में 1000 से ज्यादा शूटर्स

Lawrence Bishnoi गुजरात की Sabarmati jail में पिछले एक साल से बंद है, लेकिन इसके बावजूद वह दुनिया भर में अपना आतंक फैलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है।

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Oct 15, 2024

Lawrence Bishnoi: मुंबई में बाबा सिददीकी के मर्डर और कनाडा की पुलिस की ओर से लॉरेंस विश्नोई को खालिस्तानियों को टारगेट करने के आरोप के बाद उसकी हर ओर चर्चा हो रही है। वह गुजरात के साबरमती की जेल से अपराध का साम्राज्य चला रहा है। विश्नोई की गैंग का 6 देशों में नेटवर्क हैं और उसके पास 1000 से ज्यादा शूटर्स हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( NIA) की रिपोर्ट में लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi ) और उनके सहयोगी गोल्डी बरार का खालिस्तान समर्थक संगठनों से संबंध उजागर हुआ है। सूत्रों के अनुसार बिश्नोई गिरोह कथित तौर पर भारत के 5 राज्यों में 1000 से ज्यादा शूटरों के साथ काम कर रहा है, जिसकी पहुंच भारत के बाहर भी है। बिश्नोई गैंग का जाल कई देशों में फैला हुआ है। खासकर उत्तरी अमेरिका में, लॉरेंस बिश्नोई अक्सर अपने भाई अनमोल और सहयोगियों गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा के संपर्क में रहता है। इस गिरोह (gang) की खालिस्तानी आतंकवादियों (Khalistani Terrorists) और उत्तरी अमेरिका में स्थित खालिस्तानी अलगाववादी समूहों के साथ घनिष्ठ दोस्ती है। विदेशों में खासकर कनाडा में उसके स्ट्रांग लिंक हैं। यहां अपराध के सिंडिकेट में गोल्डी बरार (Goldie Berar ) उसका बराबर का भागीदार है।

दो दर्जन आपराधिक मामले दर्ज

भारत का गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के हत्या और जबरन वसूली सहित दो दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसका नेटवर्क बहुत विशाल है। ये भारत के पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों तक फैला हुआ है। पिछले कुछ बरसों के दौरान बिश्नोई गैंग की आपराधिक गतिविधियां बहुत बढ़ गई हैं। पंजाबी गायकों और शराब माफियाओं से जबरन वसूली करने से लेकर हाई-प्रोफाइल हत्याएं करने तक, ये गिरोह अपने कारनामों के बाद कुख्यात हैं।

कौन है लॉरेंस विश्नोई ?

लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 12 फरवरी 1993 को पंजाब के फिरोजपुर के एक गांव में हुआ था। उनके पिता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल थे । उन्होंने 1997 में पुलिस बल छोड़ दिया और किसान बन गए। बिश्नोई ने 2010 में बारहवीं कक्षा तक अबोहर में पढ़ाई की, उसके बाद वे चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज चले गए। वह 2011 में पंजाब यूनिवर्सिटी कैम्पस स्टूडेंट्स कौंसिल में शामिल हो गया , जहां उसकी मुलाकात गोल्डी बराड़ से हुई , जो एक और गैंगस्टर था। वे विश्वविद्यालय की राजनीति में शामिल हो गए और अपराध करने लगे। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की।

चार मामलों में बरी लॉरेंस विश्नोई

बिश्नोई ने चंडीगढ़ में अपनी आपराधिक गतिविधियों की शुरुआत की, जब 2010 और 2012 के बीच हत्या के प्रयास, अतिक्रमण, हमला और डकैती सहित अपराधों के लिए उसके खिलाफ कई प्राथमिकी रिपोर्ट (FIR ) दर्ज की गईं। ये सभी मामले छात्र राजनीति में उसकी भागीदारी से संबंधित थे। चंडीगढ़ में उसके खिलाफ दर्ज सात एफआईआर में से उसे चार मामलों में बरी कर दिया गया और तीन मामले अभी भी लंबित हैं। जेल में रहने के दौरान, बिश्नोई ने सलाखों के पीछे अपराधियों के साथ गठजोड़ किया। रिहा होने के बाद, वह हथियार डीलरों और अन्य स्थानीय अपराधियों से मिला। पंजाब विश्वविद्यालय में उसकी शिक्षा के दौरान उसके गिरोह का आकार बढ़ता गया। सन 2013 में स्नातक होने के बाद, उसने कथित तौर पर मुक्तसर में सरकारी कॉलेज के चुनाव के विजेता उम्मीदवार और लुधियाना नगर निगम चुनाव में एक प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार की गोली मार कर हत्या कर दी। बिश्नोई को अक्सर छिपना पड़ता था। सन 2013 के बाद उसने शराब का धंधा शुरू कर दिया। उसने अपने गिरोह में हत्यारों को भी पनाह दी। वहीं 2014 में राजस्थान पुलिस के साथ उसकी मुठभेड़ हुई जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया, जहां उसने हत्याओं की साजिश रची और हत्याओं की गवाही दी। उसने गैंगस्टर से नेता बने जसविंदर सिंह उर्फ ​​रॉकी से दोस्ती की। रॉकी के अधीन, वह राजस्थान के भरतपुर में सक्रिय रहा । रॉकी की 2016 में जयपाल भुल्लर ने हत्या कर दी थी, जिसे 2020 में खुद गोली मार दी गई थी।

भरतपुर जेल में रह चुका है

भरतपुर जेल में रहते हुए भी उसने जेल कर्मचारियों की मदद से अपना सिंडिकेट चलाना जारी रखा । सन 2021 में, उसे मकोका के तहत दर्ज एक मामले के सिलसिले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। अधिकारियों के अनुसार, बिश्नोई जेल के बाहर अपने सहयोगियों से संवाद करने के लिए वॉयस ओवर आईपी कॉल का उपयोग करता है । अगस्त 2023 में, गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते ने ड्रग तस्करी के एक मामले का हवाला देते हुए बिश्नोई को हिरासत में ले लिया और उसे साबरमती जेल के एक उच्च सुरक्षा वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया । सन 2018 में, लॉरेंस बिश्नोई के एक करीबी सहयोगी, संपत नेहरा, जिसने कथित तौर पर सलमान खान के आवास की रेकी की थी , उसने खुलासा किया कि उसे ब्लैक बक शिकार मामले में आरोपी सलमान खान की हत्या का काम सौंपा गया था।

मैं सलमान खान को मार दूंगा

बिश्नोई ने जबरन वसूली के एक मामले में राजस्थान की जोधपुर अदालत में पेश होने के लिए पुलिस की ओर से ले जाए जाने के दौरान , कहा कि "सलमान खान को यहीं, जोधपुर में मार दिया जाएगा… तब उसे हमारी असली पहचान के बारे में पता चल जाएगा… अब, अगर पुलिस चाहती है कि मैं कोई बड़ा अपराध करूं, तो मैं सलमान खान को मार दूंगा और वह भी जोधपुर में।" उसने दावा किया कि उसे फर्जी आरोपों में फंसाया गया है। बिश्नोई ने नवंबर 2023 में खान के साथ अपने कथित संबंधों को लेकर अभिनेता-गायक गिप्पी ग्रेवाल के घर पर गोलीबारी की जिम्मेदारी ली और ग्रेवाल ने खान के साथ किसी भी तरह की दोस्ती होने से इनकार किया।

सिद्धू मूसा वाला की हत्या

पंजाबी गायक सिद्धू मूसा वाला की 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा में गोली मार कर हत्या कर दी गई । हत्या के कुछ घंटों बाद, शूटिंग की जिम्मेदारी गोल्डी बरार ने ली, जिसने दावा किया कि उसने बिश्नोई के साथ मिल कर साजिश रची थी। पुलिस ने कहा कि बिश्नोई का गिरोह शूटिंग में शामिल था। शूटिंग के समय वह तिहाड़ जेल में था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जांच के लिए बिश्नोई की 5 दिन की हिरासत हासिल की। ​ मूसे वला की हत्या के तुरंत बाद बिश्नोई ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की, जिसमें कहा गया कि उसे अपनी जान का डर है और पंजाब पुलिस की ओर से फर्जी मुठभेड़ की आशंका है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस और तिहाड़ जेल प्रशासन को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और उन्हें उचित हथकड़ी और बेड़ियां पहनाई जानी चाहिए। बाद में उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय से अपनी याचिका वापस ले ली। बाद में उन्होंने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में अपनी याचिका दायर की ।

सुखदूल सिंह की हत्या

बिश्नोई ने 21 सितंबर 2023 को खालिस्तानी अलगाववादी सुखदूल सिंह गिल उर्फ ​​सुखा दुनेके की हत्या की जिम्मेदारी ली ।

सुखदेवसिंह गोगामेड़ी की हत्या

जयपुर में 5 दिसंबर 2023 को करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी गई । हत्या के कुछ घंटों बाद बिश्नोई गैंग के सदस्य रोहित गोदारा ने गोलीबारी की जिम्मेदारी ली।

बाबा सिद्दीकी की हत्या

बिश्नोई ने दावा किया कि 12 अक्टूबर 2024 को बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे का कारण उनका सलमान खान से संबंध था।

कैसे काम करता है लॉरेंस बिश्नोई

गुजरात की साबरमती जेल हो या दिल्ली की तिहाड़ जेल, लॉरेंस बिश्नोई बातचीत के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता है. पिछले कुछ सालों में इस गैंगस्टर को एक जेल से दूसरी जेल में स्थानांतरित किया जाता रहा है और उसे कारावास में अकेले रखा गया है. इस साल की शुरुआत में सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में लॉरेंस बिश्नोई को कथित तौर पर पाकिस्तान के गैंगस्टर शहजाद भट्टी के साथ बातचीत करते भी देखा गया था।

हाई-एंड वीपीएन नेटवर्क

ऐसे कैदियों के मोबाइल फोन में अक्सर उन लोगों के आईपी पते और जगहों को छिपाने के लिए हाई-एंड वीपीएन नेटवर्क लगे होते हैं। लॉरेंस बिश्नोई भारत और विदेशों में अपने सहयोगियों के साथ बात करने के लिए सिग्नल और टेलीग्राम जैसे ऐप का उपयोग करता है।

Updated on:
15 Oct 2024 05:43 pm
Published on:
15 Oct 2024 02:47 pm
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