Monkey Pox: देश में मंकी वायरस मिलने की पुष्टि हो गई है। इससे खलबली मच गई है। प्रधानमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए जागरूकता अभियान चलाने का आदेश दिया है।
Monkey Pox: मंकी पॉक्स के संबंध में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक प्रभावी और व्यापक जागरूकता अभियान शुरू करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स का प्रसार रोकने के लिए राज्य सरकारों के साथ संबंधों में सुधार करना चाहिए।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ( Shahbaz Sharif) ने नेशनल कमांड एंड ऑपरेशंस सेंटर ( NCOC) को निर्देश दिया है कि मंकीपॉक्स (Monkey Pox) की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स के प्रसार की रोकथाम के संबंध में प्रांतीय सरकारों के साथ बेहतर संबंध बनाए जाएं और एक प्रभावी और व्यापक जागरूकता बनाई जाए।
वहीं मंकी पॉक्स (Mpox) को लेकर अभियान शुरू किया जाए, क्योंकि वायरस की पुष्टि हो चुकी है। पीड़ित काम के सिलसिले में विदेश में था और हाल ही में पाकिस्तान आया था, पीड़ित को क्वारेंटाइन किया गया है, उसकी हालत खतरे से बाहर है, फिलहाल पाकिस्तान में मंकी पॉक्स का कोई स्थानीय प्रसारण नहीं है।
इधर एनसीओसी ने मंकीपॉक्स के संबंध में एक राष्ट्रीय सलाह जारी की है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय मंकी पॉक्स के संबंध में विदेश से आने वाली उड़ानों की निगरानी करेगा। राज्य सरकारों और इस्लामाबाद के प्रमुख अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड आवंटित किए गए हैं। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि वह मंकीपॉक्स के संबंध में साप्ताहिक ब्रीफिंग लेंगे।
मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, सिर दर्द व मांसपेशियों में दर्द और एक विशिष्ट दाने शामिल हैं जो चेहरे, हाथ, पैर और शरीर के अन्य हिस्सों पर दिखाई दे सकते हैं। दाने अंततः ठीक होने से पहले फुंसी में बदल जाते हैं।
मंकीपॉक्स को 2022 के बाद दूसरी बार वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है क्योंकि यह वायरस पूरे अफ्रीका में तेजी से फैल रहा है और अन्य महाद्वीपों में भी फैलने का खतरा है।