US Presidential Elections 2024: कमला के आते ही डेमोक्रेटिक पार्टी को पहली बार चुनावी दौड़ में बढ़त हासिल हुई है। कमला को मिल रही इस बढ़त से घबराकर अब ट्रंप खेमे चुनाव आयोग की शरण ली है।
US Presidential Elections 2024: अमेरिका में 2024 के चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की प्रबल दावेदार कमला हैरिस (Kamala Harris) ने चुनावी दौड़ में शामिल होने के दो दिन के भीतर ही चुनावी माहौल को बदल दिया है। हैरिस के आने के बाद से ही न केवल एक डेमोक्रेटिक पार्टी को रेकॉर्ड चुनावी चंदा मिल रहा है, बल्कि डेमोक्रेटिक पार्टी के कार्यकर्ता भी जोश से भर गए हैं। हैरिस की एंट्री के बाद पिछले दो दिनों में ही 60000 लोगों ने डेमोक्रेटिक पार्टी के चुनावी अभियान के लिए स्वंयसेवक के रूप में दर्ज कराया है। हाल में आए सर्वेक्षणों में भी इसका असर दिख रहा है।
बुधवार को सामने आए इप्सोस-रायटर के सर्वे से पता चलता है कि पंजीकृत मतदाताओं के बीच कमला को ट्रंप (Donald Trump) से दो फीसदी की बढ़त हासिल है। जबकि इसके पहले पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन सर्वेक्षणों में लगातार पिछड़ते दिख रहे थे। लेकिन कमला के आते ही डेमोक्रेटिक पार्टी को पहली बार चुनावी दौड़ में बढ़त हासिल हुई है। कमला को मिल रही इस बढ़त से घबराकर अब ट्रंप खेमे चुनाव आयोग की शरण ली है। ट्रंप खेमे का कहना है कि कमला हैरिस को बाइडन के चुनावी अभियान को मिल रहे फंड का उपयोग करने की इजाजत नहीं दी जाए।
ट्रंप के अभियान (US Presidential Elections 2024) ने हैरिस की बढ़त को महत्वपूर्ण नहीं बताया। रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप खेमे के लिए सर्वेक्षणकर्ता टोनी फैब्रीजियों का कहना है कि हैरिस की लोकप्रियता में हो रही वृद्धि नए उम्मीदवार के आने से आना वाला उछाल है, जो कुछ समय के लिए होगा।
रायटर के इस सर्वे के अनुसार 56 प्रतिशत मतदाता यह मानते हैं कि 59 वर्षीय हैरिस मानसिक रूप से तेज और चुनौतियों से निपटने में सक्षम हैं, जबकि 78 वर्षीय ट्रंप के बारे में 49 प्रतिशत मतदाताओं की ही यह राय है। वहीं, केवल 22 प्रतिशत मतदाता ही बाइडन के बारे में ऐसा सोचते हैं। गौरतलब है कि ट्रंप लगातार 81 वर्षीय जो बाइडन की उम्र और उनकी क्षमताओं को लेकर उन पर हमलावर थे। अब यही बात अब कमला हैरिस के पक्ष में जाती दिख रही है और उम्र को लेकर दबाव अब ट्रंप के ऊपर होगा। सर्वेक्षण बताता है कि युवाओं का झुकाव कमला हैरिस की ओर ज्यादा है। हैरानी नहीं कि कमला अपना चुनावी अभियान अमरीका के युवाओँ के भविष्य और स्वतंत्रता की रक्षा से जोड़कर बढ़ा रही हैं।
अमरीका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भरोसा जताया है कि कमला हैरिस निश्चित रूप से ट्रंप को हरा सकती हैं। क्लिंटन ने कहा है कि कमला की क्षमताओं पर सवाल उठाने वाले उन्हें कम करके आंक रहे हैं। वहीं जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने भी कहा है कि कमला अनुभवी और काबिल हैं, तथा वे चुनाव जीत सकती हैं।
हालांकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कमला हैरिस को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कमला हैरिस ताकतवर हैं लेकिन उन्हें नहीं लगता कि वो डोनाल्ड ट्रंप को हरा पाएंगी।