New Orleans Attack: अमेरिका के न्यू ऑरलिन्स में नए साल के जश्न को मातम में बदलने वाले हमलावर के परिवार और दोस्तों की प्रतिकिया सामने आई है। क्या कहा उन्होंने? आइए जानते हैं।
अमेरिका (United States Of America) में नए साल (New Year) का जश्न मातम में बदल गया, जब एक शख्स ने भीड़ पर ट्रक चढ़ा दिया। यह घटना न्यू ऑरलिन्स (New Orleans) की है, जहाँ 1 जनवरी को सुबह करीब 3:15 बजे एक शख्स ने बर्बन स्ट्रीट (Bourbon Street) पर नए साल का जश्न मना रहे लोगों पर ट्रक चढ़ा दिया और फिर गोलीबारी भी की। इस घटना में 15 लोगों की मौत हो गई और करीब 30 घायल हो गए। बाद में पुलिस से मुठभेड़ में आरोपी भी मारा गया। जानकारी के अनुसार आरोपी का नाम शम्सुद-दीन जब्बार (Shamsud-Din Jabbar) है और इस हमले की वजह से न्यू ऑरलिन्स के साथ ही पूरे अमेरिका में हड़कंप मच गया है। एफबीआई (FBI) ने इस घटना को आतंकी हमला मानते हुए इसकी जांच शुरू कर दी है।
शम्सुद-दीन जब्बार के ट्रक से इस्लामिक स्टेट (Islamic State) आतंकी संगठन का झंडा मिला है। रिपोर्ट के अनुसार आरोपी ने इस वारदात को अंजाम देने से पहले सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी पोस्ट किए थे जिनमें उसने बताया था कि वह इस्लामिक स्टेट से प्रभावित है और लोगों की जान लेने की इच्छा रखता है। ऐसे में न्यू ऑरलिन्स अटैक (New Orleans Attack) को आतंकी हमला (Terrorist Attack) माना जा रहा है।
जब्बार का छोटा भाई अब्दुर जब्बार (Abdur Jabbar) इस बारे में बात करते हुए काफी दुःखी था। उसने कहा, "वह ऐसा नहीं था। उसने जो किया वो इस्लाम नहीं सिखाता। वह आतंकी नहीं था। उसे कट्टरपंथी बनाया गया। वह अनुशासन में रहने वाला इंसान था और सही दिशा में जाने के लिए ही सेना में भर्ती हुआ था।"
जब्बार की 70 वर्षीय पड़ोसी मैरिलिन ब्रैडफोर्ड (Marilyn Bradford), जो पिछले साल तक ह्यूस्टन (Houston) में जब्बार के अपार्टमेंट के ऊपर रहती थी, ने कहा, " जब्बार दयालु था और हमेशा मदद करने के लिए तैयार रहता था। जब मैंने अपार्टमेंट छोड़ा था, तब उसने मुझे एक ड्रायर और एक स्टीमर गिफ्ट के तौर पर दिया था। वह ग्रॉसरी का सामान उठाने में भी मेरी मदद करता था और वीकेंड का समय अपने तीन बच्चों के साथ बिताता था। वह मेरे दोस्त की तरह था और आतंकी नहीं था।"
जब्बार के साथ एक ही क्लास में पढ़ चुके मिकाह रोच (Micah Roach) ने इस बारे में बात करते हुए कहा, "जब मैंने खबर देखी तो मुझे यकीन नहीं हुआ। वह अच्छी तरह से बात करने वाला, सभी से घुलने-मिलने वाला व्यक्ति था और लोग उसकी इज़्ज़त करते थे।
जब्बार के एक अन्य सहपाठी क्रिस पॉसन (Chris Pousson) ने कहा, "वह शांत और बहुत होशियार था। वह सोशल मीडिया पर धर्म के बारे में पोस्ट करता था, लेकिन यह कभी भी आतंकी विचार शेयर नहीं करता था। इस हमले को अंजाम देने वाला व्यक्ति उस जब्बार से बिल्कुल अलग है जिसे मैं जानता था।”