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Pakistan ने भारत के ख़िलाफ़ फिर उगला ज़हर, राष्ट्रपति ज़रदारी ने कही इतनी बड़ी बात

Pakistan: पाकिस्तान कश्मीरी भाइयों और बहनों के साथ उनका हक़ हासिल होने तक खड़ा रहेगा। काले दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी ने यह संदेश दिया।

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Oct 27, 2024
Pakistan Zardari

Pakistan : पाकिस्तान ने ब्लैक डे मनाते हुए भारत के खिलाफ फिर ज़हर उगला और राष्ट्रपति ज़रदारी ने कहा कि भारत हजारों बेगुनाह कश्मीरियों को मार चुका है, दुनिया कश्मीर ( Kashmir) को और अधिक नजरअंदाज नहीं कर सकती। पाकिस्तान (Pakistan) के राष्ट्रपति ज़रदारी ने कहा है कि भारत अब तक हजारों बेगुनाह कश्मीरियों को मार चुका है, दुनिया अब अपनी जिम्मेदारी को और अधिक नजरअंदाज नहीं कर सकती। काले दिवस ( Black Day) के अवसर पर जारी संदेश में राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी ने कहा कि 27 अक्टूबर 1947 दक्षिण एशिया के इतिहास में एक काला अध्याय है। आज के दिन भारत( India) ने जम्मू और कश्मीर पर कब्जे के लिए फौजी कार्रवाई की।

'कश्मीर की जनता भारतीय फौजों के क्रूर जुल्म सहन कर रही'

उन्होंने आरोप लगाया कि भारत ने कब्जे वाले कश्मीर को दुनिया के सबसे ज्यादा फौजी मौजूदगी वाले क्षेत्रों में बदल दिया है और कई दशकों से कब्जे वाले कश्मीर की जनता भारतीय सेना के क्रूर जुल्म सहन कर रही है,अब तक हजारों बेगुनाह कश्मीरी मारे जा चुके हैं।

'पाकिस्तान कश्मीरी भाइयों और बहनों के साथ खड़ा रहेगा'

राष्ट्रपति ने कहा कि कश्मीरियों की असली नेतृत्व को कैद किया गया है, मीडिया को बड़े पैमाने पर सेंसर किया जाता है और क्रूर हथकंडों के बावजूद कश्मीरी जनता अपनी कथित आज़ादी की मुहिम पर कायम है। उन्होंने कहा कि हम भारत के जारी जुल्म की कड़ी निंदा करते हैं, कश्मीरी जनता की मुहिम के लिए अडिग नैतिक कूटनीतिक और राजनीतिक समर्थन की पुनः पुष्टि करते हैं, पाकिस्तान कश्मीरी भाइयों और बहनों के साथ उनका हक हासिल होने तक खड़ा रहेगा।

'भारत संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का पालन करे'

ज़रदारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन और विवादों को नजरअंदाज करना दीर्घकालिक शांति की गारंटी नहीं है, दुनिया अब अपनी जिम्मेदारी को और नज़रअंदाज़ नहीं कर सकती। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत को कब्जे वाले कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन रोकने के लिए कहे और भारत संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का पालन करे।

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