Muttaqi's visit to India: अफागनिस्तान की तालिबान सरकार के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी 6 दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे हैं। वह इस दौरान कई जगह जाएंगे। मुत्ताकी के भारत दौरे से पाकिस्तान को मिर्ची लगी है। जानिए क्या कह रहे हैं वहां के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ
Muttaqi's visit to India: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी (Amir Khan Muttaqi) 6 दिवसीय भारत (India) दौरे पर हैं। उनकी यात्रा को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) में चर्चा का माहौल गर्म है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान को भारत का मुरीद और पाक का दुश्मन करार दिया है।
ख्वाजा ने अफगान जनता के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि चाहे अतीत हो, वर्तमान हो या भविष्य, अफगानी हमेशा से भारत के प्रति वफादार रहे हैं और पाकिस्तान के खिलाफ रहते हैं। उन्होंने कहा कि अफगानों की यही स्थिति आगे भी बनी रहेगी। ख्वाजा के इस बयान से पाकिस्तान की झुंझलाहट साफ दिख रही है।
पाकिस्तान को भारत और अफगानिस्तान के बीच गहराते रिश्तों से बड़ा झटका लगा है। ख्वाजा आसिफ ने मीडिया को दिए एक बयान में पूर्ववर्ती इमरान खान की सरकार पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने अफगानों को पाकिस्तान में शरण देने की अनुमति दी थी। उन्होंने कहा कि यह फैसला अमेरिका के दबाव में आकर लिया गया था। ख्वाजा ने यह बयान तब दिया है, जब तालिबान सरकार के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी 9 से 16 अक्टूबर तक आठ दिवसीय आधिकारिक दौरे पर भारत में हैं।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचे। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी के सत्ता से हटने और तालिबान के सत्ता अपने हाथ में लेने के चार साल बाद तालिबान सरकार के किसी नेता की काबुल से भारत की यह पहली उच्च-स्तरीय यात्रा है। मुत्ताकी अपनी छह दिवसीय भारत यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ व्यापक बातचीत करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्ताकी का नयी दिल्ली आगमन पर हार्दिक स्वागत है।’
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मुत्ताकी की यात्रा से भारत-अफगानिस्तान के संबंधों को मजबूती मिलेगी। रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘हम उनके साथ द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए उत्सुक हैं।’मुत्ताकी के कार्यक्रमों में दारुल उलूम देवबंद मदरसा का दौरा और ताजमहल की यात्रा शामिल है। देवबंद की उनकी यह यात्रा को काबुल के रवैये में बदलाव की तरह देखा जा रहा है। गौरतलब है कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री का पिछले महीने नयी दिल्ली का दौरा निर्धारित था, लेकिन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रतिबंधों के तहत उन पर लगे यात्रा प्रतिबंध के कारण इसे रद्द कर दिया गया था।