पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने एक बार फिर भारत को गीदड़ भभकी दी है। जरदारी ने कहा कि भारत के पास लड़ने का जज्बा नहीं है। जानिए क्या-क्या बोले...
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भारत को गीदड़ भभकी दी है। जरदारी ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने भारत के आक्रमण का मजबूती से जवाब दिया। भारत सरकार को समझ आ गया कि युद्ध 'बच्चों का खेल' नहीं है। पत्नी व पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो की पुण्यतिथि पर कराची में एक रैली को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति जरदारी ने कहा कि भारत को पाकिस्तान के संयम के लिए शुक्रगुजार होना चाहिए, क्योंकि अगर पाकिस्तान चाहता तो और भी भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया जा सकता था। उन्होंने कहा कि अगर दोबारा युद्ध थोपा गया तो पाकिस्तान पूरी तरह से तैयार है।
जरदारी यही नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा कि भले ही भारत खुद को बड़ी ताकत मानता हो, लेकिन पाकिस्तानी सेना जैसी हिम्मत और जज्ब उनमें नहीं है। भारत को समझना चाहिए कि युद्ध के लिए हिम्मत, संकल्प और बलिदान जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब मई में भारत ने हमला किया तो पाक सेना ने कहा कि मुझे बंकर में चले जाना चाहिए, लेकिन मैंने साफ इनकार कर दिया। मैंने कहा कि नेता बंकरों में नहीं मरते, वे मैदान में मरते हैं। भले ही भारत खुद को बड़ी ताकत मानता हो, लेकिन पाकिस्तान के नेतृत्व और सेना जैसी हिम्मत और जज्बा उसमें नहीं है।
राष्ट्रपति जरदारी के बेटे और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने फील्ड मार्शल आसिम मुनीर की तारीफ की। भुट्टो ने कहा कि फील्ड मार्शल मुनीर का नाम सुनते ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छिप जाते हैं। अब वह विदेश में पाकिस्तान को लेकर कुछ नहीं कहते हैं। बेनजीर भुट्टो की शहादत के 18 साल बाद भी देश के चारों प्रांतों से लोगों का जुटना आतंकवाद के खिलाफ मजबूत संदेश है।