अमेरिका में सरकारी शटडाउन के बीच सेना के लिए एक राहत की खबर आई है। दरअसल पेंटागन को 130 मिलियन डॉलर्स (करीब 1,100 करोड़ रूपए) का डोनेशन मिला है। इससे सेना को कैसे फायदा मिलेगा? आइए जानते हैं।
अमेरिका (United States Of America) में 1 अक्टूबर से सरकारी शटडाउन चल रहा है। अमेरिका में 7 साल में यह पहला मौका है जब सरकारी शटडाउन हुआ है। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के पहले कार्यकाल के दौरान 22 दिसंबर 2018 से 25 जनवरी 2019 तक सरकारी शटडाउन चला था, जो अब तक का सबसे लंबा शटडाउन है। वर्तमान शटडाउन अमेरिका के इतिहास में दूसरा सबसे लंबा शटडाउन है और इसकी वजह से हर हफ्ते अमेरिका को करीब 15 बिलियन डॉलर्स (करीब 13 लाख करोड़ रूपए) का नुकसान हो रहा है। इस वजह से कई सरकारी वर्कर्स को बिना सैलरी के छुट्टी पर भेज दिया गया है। सेना को भी सैलरी नहीं दी जा रही है। लेकिन इसी बीच कुछ ऐसा हुआ है जिससे सेना को राहत मिलेगी।
अमेरिकी रक्षा विभाग जिसका नाम अब युद्ध विभाग कर दिया गया है और जिसे पेंटागन (Pentagon) भी कहा जाता है, को हाल ही में एक गुमनाम व्यक्ति से 130 मिलियन डॉलर्स (करीब 1,100 करोड़ रुपये) का डोनेशन मिला है। पेंटागन ने इसे स्वीकार भी कर लिया है। इस धनराशि का इस्तेमाल सेना को सैलरी देने में किया जाएगा। हालांकि इससे अमेरिकी सेना के हर सैनिक को पूरी सैलरी देना संभव नहीं होगा, लेकिन फिर भी काफी मदद मिलेगी।
डोनेशन देने वाले गुमनाम व्यक्ति ने खुद को ट्रंप का दोस्त बताया है, लेकिन अपनी पहचान छिपाई है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी अपने इस दोस्त की पहचान को उजागर न करते हुए पेंटागन को मिले इस डोनेशन की तारीफ की है। ट्रंप ने इस डोनेशन को 'देशभक्तिपूर्ण कदम' बताया है।
सरकारी शटडाउन तब होता है जब अमेरिकी कांग्रेस समय पर फंडिंग बिल पास नहीं करती, जिससे संघीय सरकार का बजट खत्म हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप गैर-आवश्यक सरकारी सेवाएं बंद हो जाती हैं, कर्मचारियों को बिना सैलरी के छुट्टी पर भेज दिया जाता है और कई सरकारी काम प्रभावित होते हैं।
शटडाउन को खत्म करने के लिए अमेरिकी कांग्रेस में फंडिंग बिल पास कराना ज़रूरी है। ऐसा होने पर ही शटडाउन को खत्म किया जा सकता है।