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पीटर मैंडेलसन कौन हैं, और एपस्टीन से उनका रिश्ता क्यों बन गया है कीर स्टार्मर सरकार की मुश्किल ?

Peter Mandelson Epstein Scandal: ब्रिटेन सरकार ने राजदूत पीटर मैंडेलसन को जेफरी एपस्टीन से करीबी रिश्तों के चलते पद से हटा दिया है। यह मामला प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के लिए बड़ा राजनीतिक संकट बनता जा रहा है।

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Sep 11, 2025
पीटर मैंडेलसन एपस्टीन स्कैंडल। (फोटो: X Handle Matthew Steeples.)

Peter Mandelson Epstein Scandal: ब्रिटेन की सरकार ने पीटर मैंडेलसन (Peter Mandelson Epstein Scandal) को अमेरिका में ब्रिटेन का राजदूत पद से हटा दिया है। यह फैसला इस वजह से लिया गया क्योंकि उनके और दोषी सेक्स अपराधी जेफरी एपस्टीन के बीच पुराने संबंध सार्वजनिक हो गए हैं, और ये रिश्ते राजनैतिक रूप से बहुत मुश्किल पैदा कर रहे थे। ये खुलासे ऐसे समय में हुए जब कीर स्टार्मर सरकार पहले से ही अन्य विवादों और आलोचनाओं का सामना कर रही थी। हाल ही में सार्वजनिक हुए कुछ ईमेल और पत्रों में पीटर मैंडेलसन (Peter Mandelson)ने एपस्टीन को “my best pal” यानी “मेरा सबसे अच्छा दोस्त” कहा था। एक ‘birthday book’ में लिखा था कि एपस्टीन (Epstein Scandal) की पहली दोषसिद्धि (2008 में हुई थी) गलत है और इसे कानूनी तरीके से चुनौती दी जानी चाहिए।

रिश्तों पर अफसोस हुआ

मैंडेलसन ने कहा है कि उन्होंने उन वादों पर भरोसा किया जो एपस्टीन की कानूनी टीम ने दिए थे, बाद में ये पता चला कि वे वादे गलत या पूरी तरह सत्य नहीं थे। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया है कि उन्होंने एपस्टीन से संबंध बनाए रखे।

सरकार की प्रतिक्रिया और राजनीतिक परिणाम

विदेश कार्यालय ने बयान दिया कि नये साक्ष्यों (ईमेल / पत्र) से यह साफ़ हो गया कि मैंडेलसन और एपस्टीन के बीच संबंधों की गहराई और सीमा, जिसके बारे में सरकार को जानकारी थी, उससे कहीं ज़्यादा है।

राजदूत पद से हटा दिया गया

कीर स्टार्मर ने शुरुआत में कहा था कि उन्होंने मेरा विश्वास है कि मैंनेलसन की नियुक्ति के समय जांच‑परख हुई थी। लेकिन जैसे‑जैसे नए खुलासे हुए, सरकार पर दबाव बढ़ा और आखिरकार मैंनेलसन को तत्काल प्रभाव से राजदूत पद से हटा दिया गया। विपक्षी दलों ने स्टार्मर की नियुक्ति करने की प्रक्रिया तथा मेरेल्सन की पारदर्शिता और निर्णय‑क्षमता पर सवाल उठाए हैं। आम जनता में भी इस घटना ने विश्वास और जवाबदेही की उम्मीदों को लेकर चिंताएं बढ़ाई हैं।

आगे क्या होने की संभावना है ?

मैंनेलसन के हटने के बाद, जेम्स रॉस्को को अस्थायी (interim) राजदूत बनाया गया है। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि राजनयिक नियुक्तियों में पारदर्शिता और पूर्व जाँच‑परख (vetting) कितनी ज़रूरी है। आगे के नियुक्तियों में ऐसी जांचें और सख्त हो सकती हैं।

पत्रकार और मीडिया भी भविष्य में और खुलासे मांग सकते

सरकार को जनता का भरोसा वापस पाने के लिए कदम उठाने होंगे, खासकर उन लोगों के प्रति जिन्होंने इस मामले को गंभीरता से देखा है। पत्रकार और मीडिया भी भविष्य में और खुलासे मांग सकते हैं।

ब्रिटिश राजनीति में एक नया विवाद

बहरहाल पीटर मैंडेलसन और एपस्टीन के बीच पुराने रिश्ते ने ब्रिटिश राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। मैंनेलसन ने खुद भी माना कि उन्होंने अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों और सामाजिक अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं कार्य किया। इस पूरी घटना ने दिखाया है कि सार्वजनिक पदों पर नियुक्ति हो, नेटवर्क्स हो या निजी संबंध हों ,समय के साथ सब कुछ सार्वजनिक हो सकता है। कीर स्टार्मर सरकार के लिए यह साबित करने का मौका है कि वह भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के मामलों में कितनी चुस्त है।

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