वैज्ञानिकों को धरती से 620 प्रकाशवर्ष दूर एक ग्रह मिला है। इस खोज ने वैज्ञानिकों को भी हैरान कर दिया है।
हाल ही में वैज्ञानिकों को कैमेलियन नक्षत्रमंडल में धरती से 620 प्रकाशवर्ष दूर स्थित एक ग्रह मिला है। इस खोज ने वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है। इस ग्रह का नाम 'चा 1107-7626' बताया जा रहा है। खास बात यह है कि यह किसी तारे की परिक्रमा नहीं करता और अंतरिक्ष में अकेला भटकता है। इटली के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोफिजिक्स (आईएनएएफ) के पलेर्मो ऑब्ज़र्वेटरी की टीम और स्कॉटलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट एंड्रयूज़ के वैज्ञानिकों की ओर से यह रिसर्च की गई। इसमें पाया गया कि यह ग्रह अभूतपूर्व गति से गैस और धूल निगल रहा है और ग्रह से अधिक किसी तारे की तरह व्यवहार कर रहा है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि 'चा 1107-7626', बृहस्पति से 5–10 गुना भारी है और 10–20 लाख साल पुराना है। इसे यूरोपियन सदर्न ऑब्ज़र्वेटरी के 'वेरी लार्ज टेलिस्कोप' और नासा के जेम्स वेब टेलिस्कोप से देखा गया है। अप्रैल-मई में इसकी सामान्य ग्रोथ रेट अचानक जून से अगस्त के बीच आठ गुना बढ़ गई और ग्रह हर सेकंड 6.6 अरब टन गैस-धूल निगल रहा है। यह अब तक दर्ज ग्रहों में सबसे तेज़ ग्रोथ बताई जा रही है।
रिसर्च में वैज्ञानिकों ने पाया कि ग्रह के चारों ओर की गैस-धूल की डिस्क का रसायन भी बदल गया है। पानी की भाप वहाँ पहली बार दिखाई दी। आम तौर पर ऐसी गतिविधि तारे के बनने के दौरान देखी जाती है, लेकिन पहली बार किसी ग्रह के साथ ऐसा देखा गया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसकी ग्रोथ का कारण पावरफुल मैग्नेटिक एक्टिविटी है, जो अब तक केवल तारों में देखी जाती थी।
वैज्ञानिकों का मानना है कि 'चा 1107-7626' जैसे ग्रह शायद तारों की तरह गैस और धूल के बादलों से जन्म लेते हैं। यह ग्रह पहले भी 2016 में तेज़ ग्रोथ दिखा चुका है। अब वैज्ञानिक जानना चाहते हैं कि ऐसी ग्रोथ के दौर कितने समय तक चलते हैं और कितनी बार दोहराए जाते हैं। भविष्य में बनने वाले 'एक्स्ट्रीमली लार्ज टेलिस्कोप' और 'रूबिन ऑब्ज़र्वेटरी' जैसे उपकरण इन रहस्यमयी ग्रहों को और नज़दीक से समझने में मदद करेंगे।