आरएसएफ-एसपीएलएम-एन के ड्रोन अटैक की वजह से सूडान में मरने वालों की संख्या बढ़ गई है। इनमें कई बच्चे भी शामिल हैं।
सूडान (Sudan) में 15 अप्रैल 2023 से सेना और अर्धसैनिक बल (पैरामिलिट्री) रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़ - आरएसएफ (Rapid Support Forces - RSF) के बीच चल रहे युद्ध में पिछले महीने ही आरएसएफ ने 3 महीने के एकतरफा मानवीय युद्धविराम का ऐलान किया था। आरएसएफ ने इस दौरान किसी भी तरह का हमला न करने का वादा भी किया था, लेकिन अब आरएसएफ ने अपना वादा तोड़ दिया है। आरएसएफ ने सूडान पीपुल्स लिबरेशन मूवमेंट-नॉर्थ - एसपीएलएम-एन (Sudan People's Liberation Movement-North - SPLM-N) के साथ मिलकर इस युद्धविराम की धज्जियाँ उड़ा दी हैं।
आरएसएफ की मदद से एसपीएलएम-एन ने गुरुवार को दक्षिण कोर्डोफन (South Kordofan) में ड्रोन अटैक करते हुए स्कूल-अस्पताल समेत कई नागरिक इलाकों पर ड्रोन से मिसाइलें गिराईं। यह ड्रोन अटैक प्रांत के कलोगी (Kalogi) शहर में किया गया, जिससे हाहाकार मच गया।
आरएसएफ और एसपीएलएम-एन के ड्रोन अटैक में मरने वालों की संख्या 114 हो गई है। पहले इस हमले में 79 लोगों के मारे जाने की खबर आई थी, लेकिन बाद में यह आंकड़ा बढ़कर 114 हो गया। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
इस हमले में 46 बच्चों की भी मौत हो गई, जो किंडरगार्टन स्कूल पर ड्रोन अटैक में मारे गए। पहले मृतकों में बच्चों की संख्या 43 थी, लेकिन बाद में यह बढ़कर 46 हो गई।
सूडान में 2 साल से भी ज़्यादा समय से चल रही जंग की वजह से भारी तबाही मच चुकी है और जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। आरएसएफ के युद्धविराम के ऐलान के बाद लग रहा था कि यह शांति की ओर यह एक बड़ा कदम हो सकता है, लेकिन अब इस ड्रोन अटैक के बाद एक बार फिर सूडान में भीषण जंग छिड़ सकती है।