साऊदी अरब ने हज सीजन को देखते हुए भारत और बांग्लादेश सहित 14 देशों के लिए ब्लॉक वर्क वीजा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। साऊदी प्रशासन के मुताबिक यह निर्णय आगामी 30 जून तक प्रभावी रहेगा। जिससे साऊदी अरब में काम की तलाश कर रहे भारतीयों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
साऊदी अरब (Saudi Arabia) ने हज सीजन को देखते हुए बड़ा कदम उठाया है। साऊदी प्रशासन ने भारत और बांग्लादेश सहित 14 देशों के लिए ब्लॉक वर्क वीजा ( blocks work visas) को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह निर्णय वीजा के दुरपयोग पर अंकुश लगाने और लोगों का हज यात्रा (hajj) में बिना परमिट शामिल होने से रोकने के लिए लिया गया है। साऊदी प्रशासन के मुताबिक यह निर्णय आगामी 30 जून तक प्रभावी रहेगा।
साऊदी ने 14 देशों पर प्रतिबंध लगाया है। भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अल्जीरिया, मिस्र, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, यमन, मोरक्को, नाइजीरिया, इथियोपिया, सूडान और ट्यूनीशिया पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया गया है। साऊदी शासन ने अन्य प्रकार के वीज़ा जैसे ई-वीज़ा, पारिवारिक यात्रा वीज़ा और पर्यटक वीज़ा पर भी अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया है। सभी प्रतिबंध मौजूदा हज सीजन से जुड़े हैं।
साऊदी शासन नियोक्ताओं को ब्लॉक वर्क वीजा जारी करता है। जिसे नियोक्ता अपने कर्मचारियों में बांटते हैं, ताकि वर्कफोर्स को पूरा करने के लिए मजदूरों के समूह को एकसाथ देश में लाया जा सके। साऊदी में इस तरह का वीजा, विदेशी नागरिकों के लिए वहां रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में पहला कदम है।
ब्लॉक वर्क वीज़ा का उपयोग मुख्य रूप से विभिन्न उद्योगों, जैसे हॉस्पिटेलिटी, निर्माण और घरेलू सेवाओं में किया जाता है। ये सभी सेक्टर दक्षिण एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों के श्रमिकों पर बहुत अधिक निर्भर हैं।
मीडिया रपटों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जब लोग वर्क वीज़ा पर देश में प्रवेश करते हैं। फिर बिना आधिकारिक परमिट के हज करते हैं। जिससे भीड़-भाड़ बढ़ जाती है। हज यात्रा के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों का पालन करना मुश्किल हो जाता है। साऊदी प्रशासन नहीं चाहता है कि इस बार भी हज में किसी तरह की असुविधा उत्पन्न हो।
भारत से 1.75 लाख लोग जाएंगे हज करने साऊदी अरब जाएंगे। हर साल दुनिया भर से लगभग 25 लाख मुस्लिम इस पवित्र यात्रा में शामिल होते हैं। हज के दौरान मुस्लिम काबा (बैतुल्लाह) की परिक्रमा करते हैं। अल्लाह की इबादत में समय बिताते हैं। हज प्रत्येक मुसलमान का अनिवार्य धार्मिक कर्तव्य है। हज इस्लाम धर्म के पांच मूल स्तंभों में से एक है।