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मैं रहूं या…मेरी हालात बहुत गंभीर, देश को सच्चाई बताना, Satyapal Malik ने Eid की मुबारक देने के बाद X पर पोस्ट की भावुक अपील

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने ईद की मुबारक देने के बाद एक्स पर एक भावुक पोस्ट की है। उन्होंने इसमें कहा है कि मैं रहूं या ना रहूं इसलिए अपने देशवासियों को सच्चाई बताना चाहता हूं।

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जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Photo - IANS)

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक बीते कुछ दिनों अस्पताल में भर्ती हैं। बीते दिनों केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने सत्यपाल मलिक और 6 अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। मलिक के खिलाफ कीरु हाइड्रो प्रोजेक्ट से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में केस दर्ज करवाया गया था। इसी बीच उनका एक्स पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। ईद की मुबारक देने के बाद उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर भावुक अपील की है। पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक्स पर एक भावुक पोस्ट की है। उन्होंने इसमें कहा है कि मैं रहूं या ना रहूं इसलिए अपने देशवासियों को सच्चाई बताना चाहता हूं। उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा, हालात बहुत गंभीर, संपर्क सूत्र- 96105 44972।

'मैं रहूं या ना रहूं…'

सत्यपाल मलिक ने एक्स पर लिखा, 'नमस्कार साथियों। मैं पिछले लगभग एक महीने के करीब से अस्पताल में भर्ती हूं और किड़नी की समस्या से जूझ रहा हूं। परसों सुबह से मैं ठीक था लेकिन आज फिर से मुझे ICU में शिफ्ट करना पड़ा। मेरी हालत बहुत गंभीर होती जा रही है। मैं रहूं या ना रहूं इसलिए अपने देशवासियों को सच्चाई बताना चाहता हूं।'

'मुझे 150-150 करोड़ रूपए की रिश्वत की पेशकश हुई'

उन्होंने आगे लिखा, 'जब गवर्नर के पद पर था तो उस समय मुझे 150-150 करोड़ रूपए की रिश्वत की पेशकश भी हुई परंतु में मेरे राजनीतिक गुरु किसान मसीहा स्वर्गीय चौधरी चरणसिंह जी की तरह ईमानदारी से काम करता रहा ओर मेरा ईमान वो कभी डिगा नहीं सकें।'

बिना राजनीतिक लोभ लालच के किया काम

पूर्व राज्यपाल ने लिखा, 'जब मैं गवर्नर था उस समय किसान आंदोलन भी चल रहा था, मैंने बग़ैर राजनीतिक लोभ लालच के पद पर रहते हुए किसानों की मांग को उठाया। फिर महिला पहलवानों के आंदोलन में जंतर-मंतर से लेकर इंडिया गेट तक उनकी हर लड़ाई में उनके साथ रहा। पुलवामा हमले में शहीद वीर जवानों के मामले को उठाया, जिसकी आज तक इस सरकार ने कोई जांच नहीं करवाई है।'

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'मैंने खुद पीएम मोदी का बताया था करप्शन का मामला'

उन्होंने आगे लिखा, सरकार मुझे CBI का डर दिखाकर झूठे चार्जशीट में फंसाने के बहाने ढूंढ रही है। जिस मामले में मुझे फंसाना चाहते हैं उस टेंडर को मैंने खुद निरस्त किया था, मैंने खुद प्रधानमंत्री को बताया था इस मामले में करप्शन है और उन्हें बताने के बाद में मैंने खुद उस टेंडर को कैंसिल किया, मेरा तबादला होने के बाद में किसी अन्य के हस्ताक्षर से यह टेंडर हुआ। मैं सरकार को और सरकारी एजेंसियों को बताना चाहता हूं कि मैं किसान कौम से हूं, मैं ना तो डरने वाला हूं ओर ना ही झूकने वाला हूं। सरकार ने मुझे बदनाम करने में पुरी ताकत लगा दी, अंत में मेरा सरकार से ओर सरकारी एजेंसियों से अनुरोध है कि मेरे प्यारे देश की जनता को सच्चाई जरूर बताना कि आपको छानबीन में मेरे पास मिला क्या?

'एक कमरे का मकान, कर्ज में भी हूं'

हालांकि सच्चाई तो यह है कि 50 साल से अधिक लंबे राजनीतिक जीवन में बहुत बड़े-बड़े पदों पर देशसेवा करने का मौका मिलने के बाद आज़ भी मैं एक कमरे के मकान में रह रहा हूं ओर कर्ज में भी हूं। अगर आज मेरे पास धन दौलत होती तो मैं प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करवाता- सत्यपाल मलिक (पूर्व गवर्नर)।