Sydney Attack: सिडनी के बॉन्डी बीच पर हनुक्का उत्सव में बाप-बेटे ने गोलीबारी कर 15 लोगों की हत्या की, हमलावर हमले से पहले फिलीपींस गए थे जिसकी बड़ी वजह सामने आई है।
Sydney Bondi Beach Attack: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बॉन्डी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान हुए आतंकी हमले में 15 लोगों की मौत के बाद नया खुलासा हुआ है। हमलावरों 50 वर्षीय साजिद अकरम और उनके 24 वर्षीय बेटे नवीद अकरम ने हमले से एक महीने पहले फिलीपींस की यात्रा की थी, जहां उन्होंने कथित तौर पर 'मिलिट्री स्टाइल ट्रेनिंग' ली थी।
फिलीपींस के इमिग्रेशन अधिकारियों ने पुष्टि की है कि साजिद अकरम (भारतीय पासपोर्ट पर) और नवीद अकरम (ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट पर) 1 नवंबर को सिडनी से फिलीपींस पहुंचे थे। दोनों ने दावाओ को अपना गंतव्य बताया और 28 नवंबर को मनीला होते हुए सिडनी लौटे। ऑस्ट्रेलियाई पुलिस इस यात्रा की जांच कर रही है, क्योंकि सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, दक्षिणी फिलीपींस में इस्लामिस्ट उग्रवादियों के ट्रेनिंग कैंप हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हमलावरों ने हमले से पहले 'सैन्य शैली का प्रशिक्षण' लिया था।
14 दिसंबर की शाम को बॉन्डी बीच पर 'चानुका बाय द सी' हनुक्का फेस्टिवल चल रहा था, जहां हजारों लोग जमा थे। पिता-पुत्र की जोड़ी ने यहूदी समुदाय को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की। हमले में 10 साल की लड़की, ब्रिटिश मूल के रब्बी एली श्लैंगर, एक होलोकॉस्ट सर्वाइवर और एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी सहित 15 लोग मारे गए। 40 से अधिक घायल बताए जा रहे है।
साजिद अकरम 1998 में स्टूडेंट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया आए थे और उनके पास रेजिडेंट रिटर्न वीजा था। वह शिकार के लिए लाइसेंस प्राप्त छह बंदूकों का मालिक था। घटनास्थल पर पुलिस ने उसे गोली मार दी। नवीद अकरम गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में पुलिस हिरासत में है।
हमलावरों की कार में दो घरेलू ISIS झंडे और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) मिले। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि हमला 'इस्लामिक स्टेट आइडियोलॉजी' से प्रेरित लगता है। 2019 में नवीद अकरम ASIO (ऑस्ट्रेलियाई खुफिया एजेंसी) के रडार पर आया था, लेकिन तब उसे खतरा नहीं माना गया।
यह हमला ऑस्ट्रेलिया में 1996 के पोर्ट आर्थर नरसंहार के बाद सबसे घातक गोलीबारी है। सरकार अब बंदूक कानूनों को और सख्त करने पर विचार कर रही है। समुदाय में शोक की लहर है, और बॉन्डी पवेलियन के बाहर फूलों से श्रद्धांजलि दी जा रही है।