अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान में बना बगराम एयरबेस वापस लेने की इच्छा जताई थी। ट्रंप की इस इच्छा पर अब तालिबान की प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है।
अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने हाल ही में इच्छा जताई थी कि उन्हें अफगानिस्तान (Afghanistan) में स्थित बगराम एयरबेस (Bagram Air Base) वापस चाहिए। एक समय था जब अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस पर अमेरिका का कब्ज़ा था। हालांकि जब ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान अमेरिकी सेना को अफगानिस्तान से वापस बुलाने का फैसला लिया था, तब जुलाई 2021 में अमेरिकी सेना ने बगराम एयरबेस खाली करते हुए अफगान सेना को सौंप दिया था। बाद में तालिबान ने इस पर कब्ज़ा कर लिया था। अब ट्रंप ने इसे वापस पाने की इच्छा जताई है, जिस पर तालिबान (Taliban) की प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है।
ट्रंप की बगराम एयरबेस को वापस पाने की इच्छा को तालिबान ने ख़ारिज कर दिया है। तालिबान के विदेश मंत्रालय में काम करने वाले अधिकारी ज़ाकिर जलाल ने बताया कि तालिबान के सत्ता में लौटने से पहले दोनों पक्षों के बीच हुई बातचीत के दौरान अफग़ानिस्तान में अमेरिका की किसी भी सैन्य उपस्थिति को पूरी तरह खारिज कर दिया गया था। ऐसे में अमेरिका को बगराम एयरबेस वापस नहीं मिलेगा।
बगराम एयरबेस दुनिया के सबसे बड़े एयरबेसों में से एक है और साथ ही चीन (China) भी। इसी वजह से ट्रंप, रणनीतिक लिहाज से बगराम एयरबेस को काफी अहम मानते है क्योंकि इससे करीब एक घंटे की दूरी पर चीन, परमाणु हथियारों समेत अन्य कई घातक हथियार बनाता है। ट्रंप इसे एक बड़ा खतरा मानते हैं। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति चाहते हैं कि बगराम एयरबेस पर फिर से अमेरिका का कब्ज़ा हो जाए जिससे चीन के इन हथियाओं के ठिकाने पर नज़र रखी जा सके। हालांकि तालिबान की तरफ से ऐसा होने की संभावना से इनकार कर दिया गया है।