Telegram: के पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा यूजर भारत में है और जल्द ही एक नेट यूजर्स की संख्या 1 बिलियन पहुंचने वाली है।
Telegram CEO पावेल ड्यूरोव की फ्रांस के एयरपोर्ट पर गिरफ्तारी के बाद वो सुर्खियों में आ गए हैं। पावेल को पेरिस के ले बार्गेट एयरपोर्ट पर अपने प्राइवेट जेट से उतरते ही गिरफ्तार कर लिया गया। 39 साल के ड्यूरोव की गिरफ्तारी के बाद पूरी दुनिया के खबरों में बाज़ार में भूचाल सा आ गया है। टेस्ला और एक्स CEO एलन मस्क ने भी इस गिरफ्तार की विरोध किया है। वहीं ये भी कहा जा रहा है कि अगर ड्यूरोव पर लगाए गए आरोप साबित हो जाते हैं तो उन्हें 20 साल की सज़ा हो सकती है। ऐसे में अब हर कोई ये जानना चाह रहा है कि आखिर टेलीग्राम के CEO ने ऐसा कौन सा अपराध कर दिया है, जिसके लिए उनकी गिरफ्तारी हो गई और अब उनकी सज़ा की बात की जा रही है।
आज के दौर पर एक हर शख्स टेलीग्राम मैसेजिंग एप का इस्तेमाल करता है ऐसे में इस एप के CEO के गिरफ्तार होने की बात किसी के गले नहीं उतर रही है। दुनिया भर में टेलीग्राम एप के करीब 1 बिलियन यूजर्स पूरे होने वाले हैं। ये एप Facebook, WhatsApp, Instagram की ही तरह के पॉपुलर एप है। सबसे ज्यादा इसके यूजर्स भारत में हैं। भारत में टेलीग्राम के 104.04 मिलियन यूजर हैं।
ड्यूरोव फ्रांस में वांडेट थे। फ्रांस के मीडिया TF1 ने बताया कि ड्यूरोव ने यूरोप में गिरफ्तारी से बचने के लिए संयुक्त अरब अमीरात, पूर्व सोवियत देशों और दक्षिण अमेरिका की यात्रा की। उन्होंने कथित तौर पर उन देशों से यात्रा करने से भी परहेज किया जहां टेलीग्राम निगरानी में है।
फ्रांस पुलिस के राष्ट्रीय निदेशालय की तरफ से ये बताया गया है कि टेलीग्राम के जरिए मादक पदार्थों की तस्करी, धोखाधड़ी में संदिग्ध संलिप्तता फ्रांस-रूस की दोहरी नागरिकता, आतंकवाद को बढ़ावा, मनी लॉन्ड्रिंग जैसे अपराध हुए हैं। इन अपराधों की जांच के लिए ‘टेलीग्राम CEO ने फ्रांस के कानून प्रवर्तन के साथ सहयोग भी नहीं किया। फ्रांस की मीडिया TF-1 ने कहा कि फ्रांस के धोखाधड़ी-रोधी निदेशालय के जांचकर्ताओं ने ड्यूरोव को हिरासत में रखा है।
टेलीग्राम के CEO पावेल ड्यूरोव के पास 15.5 बिलियन डॉलर यानी 1550 करोड़ डॉलर की संपत्ति है। यानी भारतीय रुपयों में इसे आंकें तो ये 12,99,11,62,25,000 रुपए जाती है। पावेल का गिरफ्तारी पर कहना है कि फ्रांस की सरकार उन्हें दबाव में रखना चाहती है। लेकिन वो टेलीग्राम को पूरी निष्पक्ष रख रहे हैं। उसे किसी सियासत का हिस्सा नहीं बनने देंगे।