
सिडनी बॉन्डी बीच हमला (X, IANS)
Bondi Beach Shooting: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बॉन्डी बीच (Bondi Beach) पर हुए दिल दहला देने वाले हमले के तार अब भारत के हैदराबाद से जुड़ते नजर आ रहे हैं। इस हमले में शामिल दो मुख्य आरोपी, जो पिता और पुत्र मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले बताए जा रहे हैं। ध्यान रहे कि 24 वर्षीय नवीद अकरम (Naveed Akram) और उसके 50 वर्षीय पिता साजिद अकरम (Sajid Akram) ने सिडनी में हनुक्का (Hanukkah) त्योहार के दौरान भीड़ पर गोलीबारी की थी। हिंदुस्तान टाइम्स ने तेलंगाना पुलिस के हवाले से बताया कि इस घटना से हैदराबाद में रहने वाले उनके रिश्तेदार सदमे में हैं। अभी भी हैदराबाद में रहने वाले साजिद अकरम के भाई ने बताया कि उनका परिवार इस खबर से स्तब्ध है। उन्होंने कहा कि साजिद करीब 25 साल पहले (साल 1998 में) ही हैदराबाद छोड़कर ऑस्ट्रेलिया चला गया था। वहां उसने एक ईसाई महिला से शादी कर ली थी, जिसके बाद हैदराबाद वाले परिवार ने उससे सारे रिश्ते तोड़ लिए थे।
परिवार का कहना है कि उनकी साजिद से वर्षों से कोई बातचीत नहीं हुई है। यहां तक कि जब उनकी मां बीमार थीं, तब भी साजिद ने कभी हाल-चाल नहीं लिया। भारतीय एजेंसियां अब इस मामले की जांच कर रही हैं और उन्होंने हैदराबाद में साजिद के परिवार से पूछताछ भी की है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 14 दिसंबर की शाम को साजिद और उसके बेटे नवीद ने बॉन्डी बीच पर चल रहे एक यहूदी त्योहार (Hanukkah celebration) को निशाना बनाया। दोनों हमलावर हथियारों से लैस थे और उन्होंने एक फुटब्रिज से भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में करीब 16 यहूदियों की जान गई और दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में पिता साजिद अकरम मौके पर ही मारा गया, जबकि बेटा नवीद अकरम गंभीर रूप से घायल हो गया था। नवीद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और वह अस्पताल में पुलिस की निगरानी में है। ताजा जानकारी के मुताबिक, वह कोमा से बाहर आ चुका है।
जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि पिता साजिद अकरम के पास हथियार रखने का लाइसेंस था और उसने अपने नाम पर 6 बंदूकें रजिस्टर करवा रखी थीं। वहीं, बेटे नवीद अकरम को लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ है। साल 2019 में ऑस्ट्रेलिया की खुफिया एजेंसी ASIO की नजर नवीद पर पड़ी थी, लेकिन उस समय उसे किसी हिंसक खतरे के रूप में नहीं देखा गया था। नवीद पेशे से एक ईंट बिछाने वाला (bricklayer) था, लेकिन हाल ही में उसकी नौकरी चली गई थी।
पुलिस को जांच के दौरान हमलावरों की कार से एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) यानि देसी बम भी मिला है, जिसे डिफ्यूज कर दिया गया। पुलिस को कार से आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) का झंडा भी बरामद हुआ है, जिससे इस हमले के पीछे कट्टरपंथी सोच होने की आशंका जताई जा रही है।
बहरहाल, इस घटना ने न केवल ऑस्ट्रेलिया, बल्कि भारत को भी चौंका दिया है। एक तरफ जहां ऑस्ट्रेलिया सरकार इसे एक "आतंकी कृत्य" मान रही है, वहीं भारतीय एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या साजिद का हाल के दिनों में हैदराबाद में कोई संपर्क था। फिलहाल, हैदराबाद में रहने वाला उनका परिवार खुद को इस जघन्य अपराध से पूरी तरह अलग बता रहा है।
Updated on:
16 Dec 2025 05:48 pm
Published on:
16 Dec 2025 05:35 pm
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