Prime Minister Suspended: अदालत ने प्रधानमंत्री को ही सस्पेंड कर दिया है। पढ़कर हैरानी होना स्वाभाविक है पर यह सच है। किस देश का है यह मामला? आइए जानते हैं।
थाईलैंड (Thailand) को पिछले साल पैतोंगटार्न शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) के रूप में नई प्रधानमंत्री मिली। वह सिर्फ 37 साल की उम्र में ही देश की पीएम बन गई, जो थाईलैंड के इतिहास में एक रिकॉर्ड है। शिनावात्रा, थाईलैंड की पॉपुलिस्ट फेउ थाई पार्टी (Pheu Thai Party) की लीडर होने के साथ ही काफी लोकप्रिय भी हैं। लेकिन अब उन्हें एक बड़ा झटका लग गया है।
थाईलैंड की पीएम शिनावात्रा को देश की संवैधानिक अदालत ने आज सस्पेंड कर दिया है। पिछले कुछ समय से ही उन पर जांच चल रही थी और आज अदालत ने उन्हें पीएम पद से सस्पेंड कर दिया है।
थाईलैंड की संवैधानिक अदालत के इस फैसले को शिनावात्रा ने स्वीकार कर लिया है। जब तक उनके खिलाफ नैतिकता के उल्लंघन के मामले में जांच चलेगी और अंतिम फैसला नहीं आ जाता, तब तक वह पीएम नहीं रहेंगी। उनकी जगह अब देश के डिप्टी पीएम फुमथम वेचायाचाई (Phumtham Wechayachai) सरकार चलाएंगे।
जांच के दौरान अगर शिनावात्रा को दोषी पाया जाता है, तो उन्हें हमेशा के लिए थाईलैंड के पीएम का पद गंवाना पड़ सकता है। इस मामले में उन्हें पहले से ही काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
शिनावात्रा पर आरोप है कि उन्होंने कंबोडिया के नेता हुन सेन (Hun Sen) से फोन पर बातचीत के दौरान अपने देश की सेना के कमांडर की आलोचना की थी। इस बात का खुलासा दोनों की कॉल के लीक होने के बाद हुआ। दरअसल यह कॉल थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बॉर्डर विवाद के दौरान कूटनीतिक पहल के दौरान लीक हुई थी। इस कॉल के लीक होने के बाद से ही थाईलैंड में शिनावात्रा के खिलाफ विरोध शुरू हो गया था। थाईलैंड में इसे गंभीर मामला माना जाता है क्योंकि सेना का वहां काफी प्रभाव है। बड़ी संख्या में लोग शिनावात्रा से इस्तीफे की मांग कर रहे थे।