India-US Cooperation: प्रधानमंत्री मोदी और तुलसी गबार्ड के बीच आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, खुफिया सहयोग, समुद्री सुरक्षा और भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई।
India-US Cooperation: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड की मुलाकात में आतंकवाद, साइबर सुरक्षा और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। भारत ने इस मुद्दे पर अमेरिकी सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। तुलसी गबार्ड की भारत यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से उनकी मुलाकात में महत्वपूर्ण चर्चा हुई। इस बैठक में भारत ने अमेरिका से प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' (SFJ) की अमेरिकी धरती पर चल रही भारत-विरोधी गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। ध्यान रहे कि सिख फॉर जस्टिस' (SFJ) एक खालिस्तानी समर्थक संगठन है, जो भारतीय राज्य पंजाब में एक स्वतंत्र खालिस्तान राज्य की स्थापना के लिए काम करता है। इस संगठन का उद्देश्य पंजाब को भारत से अलग करके एक स्वतंत्र सिख राज्य की स्थापना करना है। इस मौके इन 5 मुददों पर चर्चा हुई।
दोनों देशों ने आतंकवाद (Terrorism) पर साझा दृष्टिकोण अपनाया और खासकर पाकिस्तान से होने वाली आतंकवादी गतिविधियों पर चिंता जताई।
साइबर हमलों और डेटा सुरक्षा को लेकर दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने की बात की गई। खासकर बढ़ती साइबर सुरक्षा (Cyber security) चुनौतियों के संदर्भ में जानकारी साझा करने पर जोर दिया गया।
भारत और अमेरिका के बीच खुफिया सहयोग (Intelligence cooperation) और खुफिया जानकारी साझा करने को लेकर बातचीत की गई, ताकि दोनों देशों की सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।
विशेष रूप से हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती गतिविधियों को लेकर समुद्री सुरक्षा (Maritime Security) पर चर्चा की गई और इसके लिए दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया।
दोनों देशों ने अपनी द्विपक्षीय सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी (India-US strategic partnership) को और मजबूत करने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसमें रक्षा और सुरक्षा से संबंधित मुद्दे शामिल थे।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें प्रयागराज के महाकुंभ से लाया गया गंगाजल भेंट किया, जबकि तुलसी गबार्ड ने प्रधानमंत्री मोदी को तुलसी की माला दी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर बताया कि महाकुंभ के दौरान 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया, जिससे यह विश्व का सबसे बड़ा मानव समागम बना। इससे पहले, तुलसी गबार्ड ने रक्षा मंत्री राजनाथसिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात की, जिनसे द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग, खुफिया जानकारी साझा करने और समुद्री सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा की गई।