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ट्रंप से बहस के बाद अब बदला ज़ेलेन्स्की का रुख, अभी भी खनिजों के समझौते के लिए तैयार

Minerals Deal: डोनाल्ड ट्रंप और वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की की बहस के बाद अमेरिका और यूक्रेन के संबंध पूरी तरह से बदल चुके हैं। हालांकि पहले आक्रामक तेवर वाले ज़ेलेन्स्की का रुख अब बदल गया है और अमेरिका के साथ खनिजों की डील पर यूक्रेनी राष्ट्रपति ने एक बड़ा बयान दिया है।

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Mar 03, 2025
Volodymyr Zelenskyy and Donald Trump

अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy) की मुलाकात दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गई, लेकिन सकारात्मक नहीं, बल्कि नकारात्मक रूप से। दोनों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके चलते ज़ेलेन्स्की को ओवल ऑफिस छोड़कर जाना पड़ा। उनके लिए आयोजित लंच और ट्रंप के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी रद्द कर दिया गया। इतना ही नहीं, दोनों के बीच यूक्रेनी खनिजों के समझौते पर जो बात होने वाली थी, वो भी नहीं हुई और दोनों देशों के संबंधों में भी खटास पड़ गई। हालांकि अब इस विषय में अचानक से ज़ेलेन्स्की का रुख बदल गया है।

अभी भी खनिजों के समझौते के लिए तैयार

ट्रंप से मुलाकात के दौरान ज़ेलेन्स्की के जो तेवर दिखे, वो अब पूरी तरह से बदल चुके हैं। ट्रंप से खटपट के बावजूद ज़ेलेन्स्की अमेरिका से खनिजों के समझौते के लिए तैयार हैं। लंदन में ब्रिटिश मीडिया से बात करते हुए ज़ेलेन्स्की ने कहा, "अगर अमेरिका इस समझौते के लिए तैयार होता है, तो हम भी इसके लिए तैयार होंगे। पहले जो हुआ, उसे जारी रखना हमारी नीति है, लेकिन हम रचनात्मक हैं। यदि अमेरिका हमे खनिजों का समझौता करने के लिए तैयार होता है, तो हमें इससे कोई परेशानी नहीं है और हम भी यह समझौता करेंगे और अमेरिका से संबंध भी बरकरार रहेंगे।"



यूक्रेन को मिला यूरोपीय देशों का समर्थन

लंदन में आयोजित शिखर सम्मेलन के दौरान यूरोपीय देशों के नेताओं ने यूक्रेन के लिए समर्थन व्यक्त किया और रूस के खिलाफ युद्ध में मदद जारी रखने का आश्वासन भी दिया। ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर (Keir Starmer) ने कहा कि यूके (UK), यूक्रेन, फ्रांस (France) और कुछ अन्य देश एक गठबंधन बनाएंगे और युद्ध में शांति स्थापित करने का प्रस्ताव ट्रंप के सामने पेश करेंगे। स्टार्मर ने यह भी कहा कि अब ज़्यादा बातचीत का समय नहीं है, बल्कि एक्शन लेने का समय है। ऐसे में स्थायी शांति बनाए रखने के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ने और सही योजना बनाने का समय आ गया है।


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