डोनाल्ड ट्रंप के विदेशी आर्थिक सहायता रोकने पर यूएन ने एक बड़ा दावा किया है। क्या है पूरा मामला? आइए नज़र डालते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बार फिर अमेरिका (United States Of America) का राष्ट्रपति बनते ही कई बड़े फैसले लिए। ट्रंप के इन फैसलों ने कई लोगों को चौंकाया, लेकिन ट्रंप अपने फैसलों से पीछे नहीं हटे। ट्रंप के इन फैसलों में विदेशी आर्थिक सहायता पर रोक लगाना भी शामिल है। अमेरिका की तरफ से कई देशों और उनकी संस्थाओं को कई सालों से आर्थिक सहायता मुहैया कराई जा रही है, जिसे ट्रंप सही नहीं मानते। इसी वजह से ट्रंप ने इस पर रोक लगा दी है। अब इसके परिणाम के बारे में यूएन (UN) ने बड़ा दावा किया है।
यूएन की एड्स (AIds) प्रोग्राम की निदेशक विनी ब्यानयिमा (Winnie Byanyima) ने ट्रंप के विदेशी आर्थिक सहायता पर रोक लगाने के फैसले की निंदा करते हुए कहा है कि इससे अगले 4 साल में दुनियाभर में एड्स के लाखों मरीजों की मौत हो सकती है। यूएनएड्स की उप-कार्यकारी निदेशक क्रिस्टीन स्टेगलिंग (Christine Stegling) का मानना है कि इससे 2025 से 2029 के बीच एड्स से 63 लाख लोगों की जान जा सकती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका, लंबे समय से यूएन के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के मामले में सबसे आगे रहा है। दुनियाभर में एड्स के इलाज के लिए भी अमेरिका की तरफ से लंबे समय से यूएन को आर्थिक सहायता दी जा रही है, जिसे अब ट्रंप ने बंद करने का फैसला लिया है।
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ब्यानयिमा और क्रिस्टीन, दोनों का मानना है कि अमेरिकी आर्थिक सहायता रुकने से एड्स से मृत्यु दर कई गुना तक बढ़ सकती है। इसका सबसे ज़्यादा असर अफ्रीकी देशों पर पड़ सकता है, क्योंकि अफ्रीकी देशों में एड्स के सबसे ज़्यादा मामले सामने आते हैं। उनका मानना है कि इस फंडिंग में किसी भी तरह की कटौती करना विनाशकारी हो सकता है।
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