ज़रूरत पड़ने पर भेजी जाएगी सेना
ब्रिटिश पीएम स्टार्मर ने घोषणा की है कि अगर ज़रूरत पड़ती है, तो वह यूके की सेना को रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन की मदद के लिए भेजने के लिए तैयार हैं। स्टार्मर ने कहा कि यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी देने में मदद करने में कोई भी मदद यूरोप की सुरक्षा के साथ ही यूके की सुरक्षा के लिए भी ज़रूरी है। ऐसे में ब्रिटिश पीएम का मानना है कि यूक्रेन की मदद के लिए हर संभव कदम ज़रूरी है, भले ही इसके लिए उन्हें अपनी सेना भेजनी पड़े। ज़ेलेन्स्की ने अमेरिकी मदद को बताया ज़रूरी
इसी बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की ने इस युद्ध में यूक्रेन के लिए अमेरिकी मदद को ज़रूरी बताया है। ज़ेलेन्स्की ने कहा है कि रूस के खिलाफ चल रही इस जंग में अगर यूक्रेन को बने रहना है, तो उन्हें अमेरिका की मदद की ज़रूरत पड़ेगी। दूसरी ओर ट्रंप अब यूक्रेन को किसी तरह की आर्थिक और सैन्य सहायता देने के पक्ष में नहीं हैं, जिससे ज़ेलेन्स्की खुश नहीं हैं। लेकिन एक शर्त पर ट्रंप, यूक्रेन की मदद करना जारी रख सकते हैं। ट्रंप के अनुसार अगर यूक्रेन उन्हें अपने खनिज देता है, तो अमेरिका की तरफ से यूक्रेन की मदद जारी रहेगी। वहीं, ज़ेलेन्स्की नहीं चाहते कि अमेरिका को यूक्रेनी खनिज दिए जाए, क्योंकि उनका मानना है कि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि यूक्रेनी खनिज मिलने के बाद भी अमेरिका उनकी मदद करेगा।