US visa fee hike impact on Indians: अमेरिका की बढ़ाई गई वीज़ा फीस से भारतीय यात्रियों और छात्रों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
US visa fee hike impact on Indians : अगर आप अमेरिका घूमने, पढ़ाई करने या काम के लिए जाने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। अमेरिका सरकार ने वीजा की फीस बढ़ाने (US visa fee hike impact on Indians)का फैसला लिया है। अमेरिकी H-1B वीजा के अब 1 लाख डॉलर चुकाने पड़ेंगे। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार नए नियम 1 जनवरी 2026 से लागू होंगे। इसका सीधा असर भारतीय यात्रियों और छात्रों पर पड़ेगा। अमेरिका की सरकार ने 2025 में एक नया कानून पास किया है, जिसके तहत वीज़ा अखंडता शुल्क( Visa Integrity Fee) नाम का एक नया चार्ज जोड़ा गया है। यह नया शुल्क 1 जनवरी 2026 से लागू होगा। ध्यान रहे कि यूएस में लगभग 4 करोड़ 50 लाख इंडो अमेरिकन हैं।
ट्रंप ने एच-1बी वीज़ा शुल्क बढ़ा कर 21 सितंबर की समयसीमा के साथ 1,00,000 डॉलर करने से अमेरिकी हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी मच गई है। भारतीय तकनीकी विशेषज्ञ असमंजस की स्थिति में उड़ानों से उतरते देखे गए, जबकि भारत में रहने वालों को उड़ान की कीमतों में भारी वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है।
यहां अमेरिकी वीजा फीस की पुरानी और नई कीमतें भारतीय रुपये में बताई गई हैं (1 USD = 83 रुपये मान कर):
| वीजा प्रकार | पुरानी फीस (USD) | पुरानी फीस (रुपये में) | नई फीस (USD) | नई फीस (रुपये में) |
|---|---|---|---|---|
| टूरिस्ट / B1-B2 | $185 | ₹15,355 | $435 – $472 | ₹36,105 – ₹39,176 |
| स्टूडेंट वीजा | $185 | ₹15,355 | $435 – $472 | ₹36,105 – ₹39,176 |
| वर्क वीजा (H1B आदि) | $190+ | ₹15,770+ | $440 – $500+ | ₹36,520 – ₹41,500+ |
नोट: नई फीस में $250 का "Integrity Fee" शामिल है, जो ₹20,750 के बराबर है। इसके अलावा, कुछ मामलों में I-94 शुल्क ($24 या ₹1,992) और अन्य अतिरिक्त शुल्क भी लागू हो सकते हैं।
छात्रों को अब अमेरिका जाकर पढ़ाई करने के लिए पहले से ज्यादा खर्च करना होगा।
वर्क वीज़ा लेने वालों के लिए आवेदन खर्च बढ़ जाएगा। IT सेक्टर और स्टार्टअप में काम करने वालों पर असर पड़ सकता है।
पर्यटक यानी घूमने के लिए अमेरिका जाने वाले लोगों को भी अब ज्यादा फीस देनी पड़ेगी।
अगर कोई 2025 के आखिर तक वीजा आवेदन कर देता है, तो वह इस बढ़ी हुई फीस से बच सकता है।
यह शुल्क उन वीज़ा धारकों पर नहीं लगेगा जो राजनयिक (Diplomatic) या सरकारी काम से अमेरिका जाते हैं।
अगर कोई व्यक्ति अमेरिका की वीजा शर्तों का पूरा पालन करता है (जैसे समय पर लौट आना), तो कुछ मामलों में ये फीस आंशिक रूप से लौटाई भी जा सकती है — लेकिन ये तय नहीं है।
यह नया शुल्क हर साल महंगाई के हिसाब से बढ़ भी सकता है।
यह शुल्क माफ नहीं किया जाएगा — यानी सभी को देना ही होगा।
इससे अमेरिका में स्टडी, वर्क और ट्रैवल करना महंगा हो जाएगा।
अमेरिका द्वारा वीजा फीस में भारी बढ़ोतरी पर सोशल मीडिया पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
कई छात्रों ने नाराज़गी जताई है कि पढ़ाई का सपना अब महंगा हो गया है।
नौकरी की तलाश में अमेरिका जाने वाले प्रोफेशनल्स ने कहा कि अब कंपनियों के लिए वीजा स्पॉन्सर करना और मुश्किल हो जाएगा।
ट्रैवल एजेंट्स ने आशंका जताई है कि 2026 के बाद अमेरिका टूरिज्म में गिरावट आ सकती है।
छात्र रिया शर्मा (दिल्ली यूनिवर्सिटी): "मैं 2026 में मास्टर्स के लिए यूएस जाने का सोच रही थी, अब प्लान थोड़ा मुश्किल लग रहा है।"
भारत सरकार इस बढ़ी हुई फीस पर अमेरिका से बातचीत कर सकती है, खासकर स्टूडेंट्स और वर्क वीजा से जुड़ी राहत के लिए।
एजुकेशन कंसल्टेंट्स अब छात्रों को कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप जैसे विकल्प सुझाने लगे हैं।
अमेरिका में भी कुछ इंडियन-अमेरिकन लॉबिस्ट इस फैसले को "अत्यधिक कठोर" बता रहे हैं और इसके विरोध की तैयारी कर रहे हैं।
जहां कुछ लोग मानते हैं कि इससे अमेरिका में भारतीयों का प्रवास धीमा होगा, वहीं कुछ का मानना है कि सिर्फ सीरियस और योग्य आवेदक ही अब यूएस का रुख करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका की छवि अब "ड्रीम डेस्टिनेशन" से "एक्सपेंसिव डेस्टिनेशन" में बदल सकती है।
अगर आप अमेरिका जाने की योजना बना रहे हैं, तो 2025 खत्म होने से पहले वीजा के लिए अप्लाई कर दें, ताकि बढ़ी हुई फीस से बचा जा सके। हर वीजा टाइप की नई फीस और डॉक्यूमेंट्स की जानकारी के लिए अमेरिकी दूतावास (US Embassy) की वेबसाइट पर जाएं।
बहरहाल 2026 से अमेरिका का वीजा लेना अब ज्यादा महंगा होगा। भारतीय यात्रियों, स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स को पहले से ज्यादा रकम चुकानी होगी। ऐसे में सही समय पर योजना बनाएं और अप्लाई करें।
(इनपुट: अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग DHS,अमेरिकी नागरिकता व आव्रजन सेवाएं USCIS,अमेरिकी संघीय रजिस्टर 2025 वीज़ा शुल्क अंतिम नियम.)