विदेश

चीन को ‘पुराने दुश्मन’ से मिली धमकी, भारत और पाकिस्तान भी इसकी जद में

China: ऑफिस में टॉक्सिक वर्क कल्चर के चलते लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है। इसे उन्होंने अपने अनोखे तरीकों से जाहिर किया है।

2 min read
Viral Work culture in China employees lie down in respect of boss

China: सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद की सत्ता के बाहर चले जाना अब चीन के लिए एक बड़ी समस्या पैदा कर सकता है। उइगर बहुल उग्रवादी समूह तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी (TIP) ने सीरिया से चीन के झिंजियांग क्षेत्र तक ‘जिहाद’ फैलाने का ऐलान किया है। 8 दिसंबर को जारी एक भड़काऊ वीडियो में ग्रुप ने पहले से कहीं ज्यादा तीखी चीन विरोधी बयानबाज़ी की है। इस ग्रुप के 'पूर्वी तुर्किस्तान' पर फोकस करने की संभावना जताई जा रही है। बता दें उइगर अलगाववादी और उनके समर्थक चीन के झिंजियांग या झिंजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र (XUAR) को 'पूर्वी तुर्किस्तान' कहते हैं।

चीन की बढ़ी चिंता

TIP के नए वीडियो के बाद से क्षेत्र में सुरक्षा और रणनीतिक चिंताएं बढ़ गई हैं। सुरक्षा पर्यवेक्षकों के मुताबिक, 1990 के दशक में झिंजियांग से भागकर TIP ने सीरियाई गृह युद्ध को ट्रेनिंग के मैदान के तौर पर इस्तेमाल किया था। इसने तबाह देश में प्रमुख इस्लामी विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के साथ गठबंधन किया।

पिछले दशक में, TEP के लड़ाके सीरिया के युद्ध में शामिल थे। उन्होंने अपदस्थ सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के वफादार बलों के खिलाफ बड़े हमलों में शामिल थे। ऐसा माना जाता है कि लताकिया और टार्टस जैसे रणनीतिक सीरियाई शहरों पर कब्जा करने में TIP लड़ाकों ने बड़ी भूमिका निभाई। वहीं अब बशर अल-असद शासन के पतन के साथ, TIP ने पूर्वी तुर्किस्तान (झिंजियांग) को 'आजाद' करने की कसम खाई है, जो राजधानी उरुमकी, काशगर और अक्सू जैसे अहम XUAR शहरों के लिए सीधा खतरा है।

भारत के लिए भी बड़ी मुश्किल

इस विद्रोही समूह के जारी होते वीडियो में युद्ध-कौशल वाले लड़ाके और उनकी उन्नत रणनीतियां दिखाई जाती हैं। ये अंतर्राष्ट्रीय हमलों को अंजाम देने की उनकी क्षमता के बारे में संभावनाओं को और ज्यादा बढ़ाते हैं। इससे बीजिंग के लिए चिंता और बढ़ गई है। वहीं जानकारों का मानना है कि TIP का फिर से उभरना क्षेत्रीय स्थिरता के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। ये एक ऐसा मुद्दा है जो नई दिल्ली के लिए भी मुश्किलें खड़ी सकता है।

पाकिस्तान के आतंकी समूहों से बढ़ेगी टेंशन

झिंजियांग पर TIP ध्यान संभावित तौर से चीन की पश्चिमी सीमा को अस्थिर कर सकता है जो मध्य एशिया, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से सटी हुई है। इस पूरे इलाके में अस्थिरता दक्षिण एशिया में सक्रिय चरमपंथी समूहों को प्रभावित करेंगी और पूरे हलचल पैदा कर सकती है। पाकिस्तान के आतंकी समूहों को समर्थन और झिंजियांग से इसकी नजदीकियां इसे TIP की गतिविधियों बड़ा मददगार बना सकती है।

इस पूरे मामले को लेकर जानकारों का कहना है कि भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद में पाकिस्तान की पैठ को देखते हुए, इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि इस्लामाबाद TIP की गतिविधियों को मौन समर्थन दे रहा है या इस पर आंखें मूंद रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक TIP वीडियो में उरुमकी, अक्सू और काशगर को निशाना बनाने की बात की गई है। समूह के मुख्य नेता अब्दुल हक अल-तुर्किस्तानी ने उइगरों के साथ चीन के ‘व्यवहार’ को लेकर बदला लेने की बात कही है।

चरमपंथी के साथ-साथ चीन विरोधी TIP

TIP की विचारधारा इस्लामी कट्टरवाद के साथ-साथ चीनी विरोधी भावना पर आधारित है। ये समूह अपने विरोध को जायज ठहराने के लिए ऐतिहासिक तौर पर उइगरों के कथित चीनी दमन का हवाला देता है। TIP नेतृत्व पूर्वी तुर्किस्तान को ‘चीनी कब्जे’ से ‘आजाद’ कराने पर जोर देता है। हालांकि कुछ एक्सपर्ट समूह की वास्तविक सैन्य क्षमताओं पर शक करते हैं।

Also Read
View All

अगली खबर