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धरती के ‘उगने’ की ऐतिहासिक तस्वीर खींचने वाले NASA के दिग्गज अंतरिक्ष यात्री विलियम एंडर्स की प्लेन क्रैश में मौत

टाइम मैगजीन ने विलियम एंडर्स को ‘मैन ऑफ द ईयर’ से सम्मानित किया। इस मिशन के सात महीने बाद ही अपोलो-11 लॉन्च किया, जिसमें पहली बार अमरीका ने इंसानों को पृथ्वी पर उतारने में कामयाबी हासिल की।

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Astronaut William Anders: अंतरिक्ष यात्री विलियम एंडर्स की प्लेन क्रैश में मौत

अपोलो-8 मिशन के जरिए पहली बार चांद की परिक्रमा करने वाले तीन अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल विलियम एंडर्स (William Anders) की विमान हादसे में मौत हो गई। 90 वर्षीय एंडर्स छोटे विमान को खुद उड़ा रहे थे। इसी दौरान जोन्स द्वीप के तट के निकट विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर पानी में गिर गया। जोन्स द्वीप, वाशिंगटन और वैंकुवर द्वीप (Vancouver Iceland) के बीच सैन जुआन द्वीप समूह का हिस्सा है। एक वीडियो फुटेज में विमान को आसमान से नीचे गिरते दिखाया गया है। सैन जुआन काउंटी के शेरिफ कार्यालय ने हादसे की पुष्टि की है, लेकिन विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है। 

1963 में पहली बार चांद की कक्षा में पहुंचे थे

एंडर्स 1963 में NASA में शामिल हुए और 21 दिसंबर, 1968 को अपोलो-8 मिशन (Apollo-8 Mission) के तहत पहली बार धरती से उड़ान भरकर चंद्रमा की कक्षा में पहुंचे थे। तीन अंतरिक्ष यात्रियों में एंडर्स सबसे कम अनुभवी थी। लेकिन एक तस्वीर ने उन्हें रातों रात मशहूर कर दिया। ये तस्वीर थी चांद के क्षितिज से अर्थराइज अर्थात पृथ्वी उदय का नजारा।

'टाइम' मैग्ज़ीन ने मैन ऑफ द ईयर से किया सम्मानित

मिशन पूरा कर जब पृथ्वी पर लौटे तो उनका स्वागत किसी हीरो की तरह किया गया। टाइम मैगजीन ने उस वर्ष उन्हें ‘मैन ऑफ द ईयर’ से सम्मानित किया। इस मिशन के सात महीने बाद ही अपोलो-11 लॉन्च किया, जिसमें पहली बार अमरीका ने इंसानों को पृथ्वी पर उतारने में कामयाबी हासिल की।

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