Hanuman Ji Mantra: हनुमान जी के 12 नाम ऐसे हैं जिसका ध्यान करने भर से बजरंग बली प्रसन्न हो जाते हैं और राशि अनुसार हनुमान जी के मंत्र जपने से बिगड़े काम बन जाते हैं। जयपुर के ज्योतिषी डॉ. अनीष व्यास से आइये जानते हैं हनुमानजी के मंत्र (names of Hanumanji)
Hanuman Ji Mantra: हिंदू धर्म में हनुमान जी को कलियुग का जाग्रत देवता माना जाता है। मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान राम ने रुद्रावतार हनुमानजी (names of Hanumanji) को कलियुग तक धरती पर रूक कर धार्मिक लोगों की मदद करने का आदेश दिया था। इसीलिए बजरंग बली धरती पर ही वास करते हैं।
इसके अलावा हिंदू धर्म में नाम जप की बड़ी महिमा बताई गई है और मान्यता है कि हनुमानजी नाम जपने पर बजरंगबली भक्त के हर कष्ट दूर कर देते हैं। लोगों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। इसीलिए वे 8 अमकर व्यक्तियों में भी गिने जाते हैं। इनमें भी राशि के अनुसार हनुमानजी के नाम जपने का खास महत्व है। माना जाता है कि इससे बिगड़े काम बन जाते हैं। ऐसे में आइये जानते हैं बजरंगबली के 12 विशेष नाम और राशि अनुसार हनुमानजी के मंत्र, जिन्हें जपने से हनुमानजी की कृपा अवश्य प्राप्त होती है।
ज्योतिषी डॉ. अनीष व्यास ने हनुमान जी के वो खास नाम और राशि अनुसार जपने के बजरंगबली के मंत्र बताए हैं, जिसके ध्यान मात्र से हनुमानजी प्रसन्न हो जाते हैं और सभी बिगड़े काम बना देते हैं।
ॐ हनुमान ॐ अंजनी सुत ॐ वायु पुत्र ॐ महाबल ॐ रामेष्ठ
ॐ फाल्गुण सखा ॐ पिंगाक्ष ॐ अमित विक्रम ॐ उदधिक्रमण
ॐ सीता शोक विनाशन ॐ लक्ष्मण प्राण दाता ॐ दशग्रीव दर्पहा
ॐ सर्वदुखहराय नम:
ॐ कपिसेनानायक नम:
ॐ मनोजवाय नम:
ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नम:
ॐ परशौर्य विनाशन नम:
ॐ पंचवक्त्र नम:
ॐ सर्वग्रह विनाशिने नमः
ॐ सर्वबन्धविमोक्त्रे नम:
ॐ चिरंजीविते नम:
ॐ सुरार्चिते नम:
ॐ वज्रकाय नम:
ॐ कामरूपिणे नम:
भविष्यवक्ता डॉ. अनीष व्यास के अनुसार हनुमान जी का जन्म सूर्योदय के समय हुआ था, इसलिए हनुमान जन्मोत्सव के दिन ब्रह्म मुहूर्त में पूजा करना अच्छा माना गया है। आइये जानते हैं हनुमानजी की पूजा विधि
1.हनुमान जन्मोत्सव के दिन जातक को ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए।
2. इसके बाद घर की साफ-सफाई करने के बाद गंगाजल का छिड़काव कर घर को पवित्र कर लें।
3. स्नान आदि के बाद हनुमान मंदिर या घर पर पूजा करनी चाहिए।
4. पूजा के दौरान हनुमान जी को सिंदूर और चोला अर्पित करना चाहिए।
5. मान्यता है कि चमेली का तेल अर्पित करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं।
6. पूजा के दौरान सभी देवी-देवताओं को जल और पंचामृत अर्पित करें। अब अबीर, गुलाल, अक्षत, फूल, धूप-दीप और भोग आदि लगाकर पूजा करें।
7. सरसों के तेल का दीपक जलाएं। हनुमान जी को विशेष पान का बीड़ा चढ़ाएं। इसमें गुलकंद, बादाम कतरी डालें। ऐसा करने से भगवान की विशेष कृपा आपको मिलती है।
8. हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और हनुमान आरती का पाठ करें। आरती के बाद प्रसाद वितरित करें।