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इस पंचायत में दो वर्ष पहले बनी लाखों की मुक्तिधाम हो गई जर्जर, निर्माण में जिम्मेदारों की मनमानी

अंतिम संस्कार के रस्म में होती है परेशानी, बारिश में संस्कार के लिए करना पड़ता है इंतजार

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Lakhs of Muktidham, built two years ago in this panchayat, became shab

इस पंचायत में दो वर्ष पहले बनी लाखों की मुक्तिधाम हो गई जर्जर, निर्माण में जिम्मेदारों की मनमानी

अनूपपुर। जैतहरी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बिजौडी में वर्ष 2019 में लाखों रुपए की लागत से मुक्तिधाम का निर्माण पंचायत की ओर से कराया गया था। लेकिन यह मुक्तिधाम जिम्मेदारों की लापरवाही में ग्रामीणों की मुसीबत बन गया है। मुक्तिधाम की जर्जरता से इसके निर्माण में बरती गई लापरवाही का आंकलन आसानी से किया जा सकता है। बावजूद निर्माण एजेंसी संस्था ने आज तक इस पर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। हालात यह है कि यहां अंतिम संस्कार के दौरान ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे अधिक बारिश के दिनों में जब अंतिम संस्कार के लिए आए परिजनों को बारिश के बंद होने का इंतजार करना पड़ता है। बताया जाता है कि यहां निर्मित कराए गए मुक्तिधाम का निर्माण प्राक्कलन के विपरीत एवं गुणवत्ता विहीन कराया गया है। जिसकी वजह से यह 2 वर्षों में ही पूरी तरह से जर्जर हो गया है। जिसके कारण स्थानीय लोगों को अब काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
टीन शेड के उड़े पर्चे, नाम की शेड और चबूतरा
बारिश के इस मौसम में निर्मित कराए गए मुक्तिधाम के छत पर लगाए गए टीन शेड पूरी तरह से टूट चुकी है। जिसके कारण धूप और बारिश से बचाव के लिए यहां पर कोई भी व्यवस्था नहीं है। यहां नाम के टीन शेड और चबूतरा नजर आ रहे हैं। स्थानीय वार्ड वासियों तथा ग्रामीणों ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जैतहरी एवं कलेक्टर से इस मामले पर मुक्तिधाम निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच कराते हुए दोषी जनों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप है कि जितनी राशि शासन की ओर से दी गई थी उससे बहुत कम इसके निर्माण में खर्च कर कार्य को पूर्ण दर्शा दिया गया। जिसमें उपयंत्री एवं जनपद में बैठे अधिकारियों की ओर से भी किसी तरह की कार्रवाई इस लापरवाही पर नहीं की गई है।
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