नहीं दिखा सका दस्तावेज
आईआरसीटीसी का कोई भी वैधानिक दस्तावेज व लाईसेंस की मांग करने पर वह मौके पर किसी भी प्रकार का दस्तावेज नहीं दिखा सका। अपने पर्सनल आईडी से रेलवे ई टिकट बनाकर प्रत्येक व्यक्ति से 100 रूपए टिकट किराए से अतिरिक्त कमीशन लेकर रेलवे के ई-टिकट का अवैध व्यापार करने का अपराध स्वीकार किया है। जिसके बाद आरोपी के पास से दो आईडी से पिछले लम्बे समय से बनाए गए रेल ई-टिकट की डिटेल ली गई। कार्रवाई सुबह 11 बजे से शाम लगभग 5 बजे तक जारी रही रही।
94 हजार रुपए की टिकट जब्त
अमित ने मोबाइल से कुल तीन निजी आईडी बनाए थे। टिकट का पैसा अपने एकाउंट एवं पेटीएम से आईआरसीटीसी को स्थानांतरित करता था। उसके कब्जे से रेल ई-टिकट, दो मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर, डोंगल, बैंक पास बुक एवं नगद 5 हजार रूपए जब्त किए गए है। अमित कम्प्यूटर शॉप से ई-टिकट विवरण पर 1 माह की रेलवे टिकट 94 हजार 667 रुपए की टिकट जब्त की गई है। दोनों आरोपियों के खिलाफ रेल अधिनियम की धारा 143 के अंतर्गत मामला दर्जकर जबलपुर भेज दिया गया है। कार्रवाई में अनूपपुर आरपीएफ निरीक्षक आरपी सिंह, प्रधान आरक्षक एसबी प्रसाद एवं आरक्षक पीके मिश्र रामनगर थाना के शैलेंद्र भट्ट शामिल रहे।