पंखों की रफ्तार भी इतनी धीमी है कि उनसे राहत नहीं मिल पा रही है। दोपहर के समय मरीजों को तपना पड़ रहा है।
बीते कुछ दिनों से गर्मी ने अपना असर दिखना शुरू कर दिया है। 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चल रहे तापमान से लोग बेहाल हैं। हालात यह है कि दिन के समय दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है। लोग घरों में रहकर कूलर के सहारे समय काट रहे हैं। दूसरी ओर जिला चिकित्सालय में अभी तक कूलर नहीं लगाए गए हैं। पंखों की रफ्तार भी इतनी धीमी है कि उनसे राहत नहीं मिल पा रही है। दोपहर के समय मरीजों को तपना पड़ रहा है। सड़क दुर्घटना में घायल हरि प्रसाद निवासी पिपरखुटा राजेंद्र ग्राम ने बताया कि बीते दो दिनों से वह इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में एडमिट हैं। गर्मी के कारण दोपहर का समय काटना मुश्किल पड़ रहा है। गर्मी के कारण शरीर में जो चोट लगी है, वहां खुजली होने लगती है। कई बार यहां कूलर लगाने की मांग इलाज के लिए आने वाले वार्ड ब्वॉय और स्टाफ नर्स से की, लेकिन कोई भी नहीं सुन रहा है। जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए शहडोल जिले के केशवाही पुलिस चौकी अंतर्गत कुम्हारी गांव निवासी रिंकू गोंड़ भी बीते दो दिनों से यहां एडमिट हैं। सड़क दुर्घटना में घायल होने के कारण उनको यहां भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि शरीर में जहां घाव हैं वहांं खुजली और जलन होती है। दोपहर के समय और बढ़ जाती है जिससे तकलीफ का सामना करना पड़ता है
उपचार के लिए दाखिल महेश प्रसाद ने बताया कि 5 दिन से यहां दाखिल हैं। दिन में गर्मी बेचैन कर देती है। कूलर तो लगे नहीं हैं। पंखे किसी काम के नहीं हैं। रफ्तार धीमी होने के कारण पर्याप्त हवा मिलना मुश्किल होता है। इलाज के लिए पहुंचने वाले लोगों से भी इस समस्या के बारे में बताया गया लेकिन उनका कहना है कि अभी तक कूलर की व्यवस्था यहां नहीं है।
समस्या की जानकारी लेते हुए जल्द से जल्द वार्ड में कूलर लगाने के निर्देश दिए जाएंगे।
डॉ एससी राय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी