अनूपपुर. जैविक कलस्टर ग्राम भुंडाकोना अंतर्गत 9 ग्रामों में जैविक खेती, स्वसहायता समूह के माध्यम से नन्दीशाला के संचालन, महिलाओं में आयी जागरुकता तथा उनका कौशल उन्नयन कर आजीविका हेतु विभिन्न गतिविधियों के संचालन व ग्राम विकास हेतु किये जाने वाले कार्यों की रुपरेखा तैयार कर उन पर अमल करने के लिए चौपाल लगाया गया। कलेक्टर एनएस परमार ने गांव में पेड़ के नीचे ही चौपाल लगाई और महिलाओं को जैविक कलस्टर के फायदे बताए। चौपाल में ग्राम बरसौत, बहपूरी तथा उमरगोहान की स्वसहायता समूह की महिलाओं ने खुलकर अपने विचार रखे। हरितक्रांति स्वसहायता समूह बरसौत की अध्यक्ष अमीरन पनाडिय़ा ने बताया कि भुण्डाकोना में गौशाला का संचालन समूह द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है। वर्तमान में गौशाला में 30 पशुओं का संरक्षण किया जा रहा है, और संख्या में वृद्धि हो रही है। समूह की महिलाओं ने कहा कि हम सब अपने ग्राम के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। चौपाल में दूसरे गांव से पहुंचे महिलाओं ने अपने गांव में गौशाला संचालन का प्रस्ताव दिया। चौपाल में कलेक्टर ने कहा कि जैविक कलस्टर में स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने तथा उनकी आर्थिक, सामाजिक उत्थान हेतु जो पहल शुरु की गई है, उसके प्रथम पड़ाव के परिणाम सामने आने लगे हैं। अब महिलाएं खुलकर अपनी बात रखने में सक्षम हो गई हैं। जैविक कलस्टर के ग्रामों में ग्राम विकास की गतिविधियां स्वसहायता समूहों के माध्यम से संचालित की जाएंगी।