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दुर्घटना में मौत का ग्राफ: सड़क दुर्घटना में पिछले 3 माह में 11 की मौत, नवंबर में 8 दिन मे 10 मौत का शिकार

- पांच माह से थी राहत, अब फिर बढऩे लगा दुर्घटना में मौत का ग्राफ।

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Accidental death graph

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अशोकनगर. जिले में सड़क दुर्घटनाओं में मौतों को ग्राफ बढऩे गया है। स्थिति यह है कि अगस्त से अक्टूबर तक जहां तीन माह में सड़क दुर्घटनाओं में 11 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन नवंबर में आठ दिन में ही 10 लोग मौत का शिकार बन चुके हैं। नतीजतन बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं जिले में चिंता का कारण बनी हुई हैं।
जिले में इस वर्ष जनवरी से लेकर 31 अक्टूबर तक दस माह में 374 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 445 लोग घायल हुए और 91 लोगों की मौत हुई। हालांकि जून माह से अक्टूबर तक जहां सड़क दुर्घटनाओं में तो कमी आई ही थी, वहीं इस बीच में मौत को ग्राफ भी घट गया था। लेकिन नवंबर माह में लगातार जा रही सड़क दुर्घटनाओं में मौत की संख्या भी बढ़ गई है। स्थिति यह है कि आए दिन कोई न कोई व्यक्ति सड़क दुर्घटना में मौत का शिकार बन रहा है। पिछले 10 माह में अक्टूबर में सबसे कम दो मौत हुई थीं, लेकिन नवंबर माह में 8 दिन में ही संख्या पांच गुना बढ़ गई है। साथ ही इन सड़क दुर्घटनाओं में दर्जनभर से अधिक लोग घायल हुए।
रिपोर्ट: ज्यादातर दुर्घटना बाइक से, मृतक भी बाइक सवार-
पिछले दस माह की सड़क दुर्घटनाओं पर नजर डालें तो 90 फीसदी से अधिक सड़क दुर्घटनाएं बाइक सवारों की हुईं, सड़क दुर्घटनाओं में मरने वाले भी बाइक सवार सबसे ज्यादा हैं। खास बात यह है कि सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों में करीब 80 फीसदी की उम्र 18 से 35 साल के बीच के युवक शामिल हैं। लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ते मौतों के आंकड़ों को देखकर भी लोग बाइक सवार गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं और स्थिति यह है कि जिले में अब एक से दो बाइक सवारों के रोजाना एक्सीडेंट हो रहे हैं।
कारण: घायल होना स्वीकार, लेकिन हेलमेट से इंकार-
सड़क दुर्घटनाओं में ज्यादातर लोगों की मौत सिर में गंभीर चोट लगने की वजह से हुई। कारण बाइक सवार सड़क दुर्घटना के समय बाइक चलाते समय सिर पर हेलमेट नहीं लगाए थे और इसी वजह से उनके सिर में गंभीर चोट व मौत का शिकार बने। अक्टूबर माह में पुलिस ने हेलमेट अभियान चलाया व करीब 900 लोगों के चालान बनाकर 2.20 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला, इसके बाद भी युवा हेमलेट लगाने गंभीर नहीं हैं और न हीं उनके परिजन उन्हें हेलमेट लगाने के लिए सख्ती कर रहे हैं।
नवंबर माह में हुई सड़क दुर्घटनाएं-
- 1 व 2 नवंबर की रात तीन युवक बाइक से आरोन से लौट रहे थे, ट्राला से बाइक टकराने से कृष्णपाल रघुवंशी व दीनू सेन की मौत हो गई, व एक घायल।
- 4 व 5 नवंबर की रात सेमरापहाड़ निवासी कृष्णभान व सिरभान बाइक से गांव जा रहे थे, बरखेड़ाजागीर पर अज्ञात वाहन की टक्कर से दोनों की मौत हो गई।
- 4-5 नवंबर की रात आमखेड़ा निवासी जगदीश अहिरवार हम्माली करके मंडी से गांव जा रहा था, तमोईया व मोहरी के बीच अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत।
- 5 नवंबर को बरोदिया निवासी उजागर आदिवासी बाइक से सामान खरीदकर चंदेरी से लौट रहा था, रास्ते में एक्सीडेंट होने से उसकी मौत हो गई।
- 6 नवंबर को हनुमतसिंह को कौशिक महल के पास अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिसे चंदेरी से जिला अस्पताल भेजा लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।
- 7 नवंबर को गोरा निवासी 13 वर्षीय कान्हा बाइक से स्कूल जा रहा था, बाइक गिरने से पत्थर से सिर टकराया, जिससे उसकी मौत हो गई व दो घायल हुए।
- 8 नवंबर को अचलगढ़ निवासी मीराबाई अपने पति व पुत्र के साथ मायके जा रही थी, सिंहपुर घाटी के पास जानवर को बचाने के चक्कर में महिला की गिरने से मौत।
- 8 नवंबर को पीयूष रघुवंशी बाइक से ईसागढ़ रोड तरफ से आ रहा था, सामने से आए डंपर ने रोंद दिया, इससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
इस वर्ष की सड़क दुर्घटनाओं पर एक नजर-
माह एक्सीडेंट घायल मृत
जनवरी 45 44 12
फरवरी 32 25 16
मार्च 49 58 18
अप्रैल 49 70 13
मई 42 60 11
जून 34 41 5
जुलाई 28 30 5
अगस्त 23 27 3
सितंबर 35 51 6
अक्टूबर 37 39 2