भाजपा द्वारा लंबे समय सांसद सिंधिया पर लोकार्पण और शिलान्यास करने में प्रोटोकॉल और नियमों का उल्लंघन करने के आरोप लगाए जाते रहे हैं। अब यह अलग तरह की राजनीति शुरू हुई है, इसमें प्रशासन केवल मूक दर्शक है। स्थानीय स्तर पर पार्टियां लोकार्पण और शिलान्यास का समय तय कर संबंधित विभाग और प्रशासनिक नुमाइंदों की अनुपस्थिति में कार्यक्रम कर रही हैं। करीब डेढ़-दो साल पहले सांसद सिंधिया द्वारा आधी रात के वक्त अधूरे एएनएम सेंटर का लोकार्पण कर दिया गया था। एएनएम सेंटर अभी स्वास्थ्य विभाग के हैंडओवर नहीं हुआ है और इसका काम अब भी जारी है। वहीं हाल ही कंपोजिट भवन को लोकार्पण को लेकर भी इसी तरह की राजनीति हुई थी। सीएम से उद्घाटन करवाने के इंतजार में भवन का लोकार्पण अटका हुआ था, इसी बीच लोगों ने इसका उद्घाटन कर दिया था, जिसमें कुछ कांग्रेसी नेता भी शामिल थे। हालांकि यह कांग्रेस पार्टी का अधिकृत कार्यक्रम नहीं था। इस मामले में चार लोगों पर प्रकरण भी दर्ज किया गया था।