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सडक़ सौंदर्यकरण: 1.23 करोड़ से दो सडक़ों पर बन रहे डिवाइडर, फोरलेन पर नहीं जिम्मेदारों का ध्यान

शहर की दो सडक़ों पर शुरु हुआ काम, वायपास अभी भी डिवाइर विहीन।

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road beautification

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अशोकनगर. शहर की दो सडक़ों को खूबसूरत बनाने नपा 1.23 करोड़ रुपए की लागत से डिवाइडर बना रहा है, जिसमें हर 50 फीट की दूरी पर पॉट लगाकर आकर्षक फूलों वाले पौधे लगाए जाएंगे। लेकिन शहर की फोरलेन वायपास पर तीन साल से अधूरे पड़े डिवाइडर को पूर्ण कराने न तो विभाग गंभीरता दिखा रहा और न प्रशासन। नतीजतन दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
नपा ने शहर की स्टेशन रोड और कलेक्ट्रेट रोड पर डिवाइडर बनाने का काम शुरु कर दिया है। दोनों जगहों पर 1.23 करोड़ रुपए खर्च होंगे। स्टेशन रोड पर तुलसी पार्क से गांधी पार्क तक सडक़ के बीचों-बीच आकर्षक रैलिंग लगाकर डिवाइडर तैयार किया जाएगा। साथ ही प्रत्येक 50 फीट की दूरी पर इस रैलिंग में पॉट लगाकर उसमें आकर्षक फूलों के पौधे लगाए जाएंगे, ताकि सडक़ को खूबसूरत बनाया जा सके। वहीं अस्पताल चौराहा से राजमाता चौराहा तक कलेक्ट्रेट रोड में डिवाइडर तैयार होगा, जिसमें भी पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही स्ट्रीट लाइट को बदलकर आकर्षक लाइट लगाई जाएंगी।
अप्रैल तक सभी सडक़ों पर डामरीकरण का प्लान-
गड्ढ़ों में तब्दील होकर जर्जर हो रहीं शहर की सडक़ों पर भी नपा ने डामरीकरण का प्लान तैयार किया है। नपाध्यक्ष नीरज मनोरिया का कहना है कि शहर की सभी सडक़ों पर अप्रैल माह तक नए निर्माण कर डामरीकरण कर दिया जाएगा। ताकि सडक़ों को गड्ढ़ा मुक्त बनाया जा सके। हालांकि तब तक सडक़ों के गड्ढ़ों को पेंचवर्क के माध्यम से भरकर काम चलाया जाएगा। नपाध्यक्ष का कहना है कि सडक़ों के नए निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरु हो गई है।
वायपास: तीन साल से अधूरा फोरलेन का डिवाइडर-
शहर में एचडीएफसी चौराहा से ओवर ब्रिज होते हुए राजमाता चौराहा तक वायपास पर सीमेंट कांक्रीट से फोरलेन सडक़ बनाई गई थी। पीडब्ल्यूडी ने करोड़ों रुपए लागत से फोरलेन सीसी रोड बनाकर जर्जर सडक़ की समस्या तो खत्म कर दी, लेकिन सडक़ बनकर तैयार हुए तीन साल होने वाले हैं फिर भी अब तक डिवाइडर नहीं बन सका है। इससे फोरलेन सडक़ के बीच डिवाइडर वाली जगह पर एक मीटर चौड़ी खाई बनी हुई है, जिसमें डिवाइडर न होने से हादसे हो रहे हैं। फिर भी इस पर न तो पीडब्ल्यूडी गंभीरता दिखा रहा है और न हीं प्रशासन कोई ध्यान दे रहा है।
यह भी खास-
- स्टेशन रोड और कलेक्ट्रेट रोड पर डिवाइडर निर्माण का लंबे समय से निर्माण स्वीकृत है, लेकिन निर्माण शुरु नहीं हो सका था। लंबा समय बीतने के बाद अब कार्य शुरु हुआ।
- नपाध्यक्ष के मुताबिक इन दोनों सडक़ों को डिवाइडर के माध्यम से आकर्षक सडक़ बनाने के साथ ही इन दोनों सडक़ों को आदर्श सडक़ बनाया जाएगा, जो खूबसरत होगी।
- कलेक्ट्रेट रोड पर डिवाइडर को पर्याप्त जगह है, जहां पर डिवाइडर मेंं पौधे लगाए जाएंगे, साथ ही आसपास के रहवासियों व दुकानदारों से स्वच्छता के लिए आग्रह करेंगे।
- स्टेशन रोड पर जगह की कमी है और डिवाइडर बनने से आसपास के लोगों से अपनी दुकानों तक ही सीमित रहने निर्देश दिए जाएंगे, ताकि सडक़ पर सामान न रखा जाए।
- फोरलेन वायपास रोड पर डिवाइडर वाली जगह पर एक मीटर चौड़ी खाई होने से वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते हैं और कई बार वाहन वहां मौजूद बिजली खंभों से टकरा चुके हैं।