सुभाषगंज में मुनिश्री अभय सागर, प्रभात सागर व पूज्य सागर महाराज के सानिध्य में समवसरण विधान आयोजित किया गया गया।रविवार को शोभायात्रा के साथ इसका समापन किया गया।इसे ऐतिहासिक बनाने के लिए कईनए प्रयोग भी किए गए।जिसके कारण शोभायात्रा का आकर्षण और अधिक बढ़ गया।शोभायात्रा सुबह करीब 11.30 बजे सुभाषगंज से शुरू हुईऔर रेलवे स्टेशन रोड, गांधी पार्क, पुराना बाजार, प्रोसेशन रोड, इंदिरा पार्क, बिलालामिल रोड होते हुए वापस सुभाष गंज मंदिर पहुंची और धर्मसभा में बदल गई।
शोभायात्रा में सबसे आगे घोड़े पर सवार युवा, हाथी पर सवार समवसरण के मुख्य पात्र और बग्घी पर सवार इंद्र-इंद्राणी चल रहे थे। बीच-बीच में बैंड व ढोल-नगाड़े बज रहे थे। जिन युवा नृत्य करते हुए चल रहे थे।इसके बाद विभिन्न महिला संगठनों की महिलाएं आकर्षक डे्रस कोड व साज-सज्जा के साथ ध्वज लेकर चल रही थीं। श्रीजी सेवा संगठन के सदस्य पालकी में विराजमान भगवान को लेकर चल रहे थे। इनके पीछे इंद्र अपने ध्वज लेकर चल रहे थे। शिवपुरी से आए रथ के आगे मुनिश्री अभय सागर महाराज ससंघ चल रहे थे।गुना से आए वीर सेवादल, पारस मित्र मंडल व दिगंबर जिन शासन सेवा संघ सहित अन्य संगठनों के दिव्य घोष शोभायात्रा में शामिल हुए।
विभिन्न सेवा संगठनों के युवा प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी प्रदीप भैया व ब्रह्मचारी मुकेश भैया के निर्देशन में जुलूस की व्यवस्थाएं संभाले हुए थे। शोभायात्रा में शिवपुरी व शाढ़ौरा से आए विशेष रजत विमान व रथ आकर्षण का केन्द्र रहे। लोगों ने अपने घरों के आगे रंगोली सजाई और जगह-जगह स्वागत किया गया।घरों के आगे से निकलने पर श्रीजी की आरती उतारी और श्रीफल भेंट किए।
शोभायात्रा को लेकर महिला संगठनों में विशेष उत्साह नजर आया।उनके लिए डे्रस कोड, ध्वज की प्रतियोगिता भी रखी गईथी। जिसके कारण महिलाएं अलग-अलग डे्रस कोड में ध्वजों के साथ सजी-धजी नजर आईं। आकर्षक व अलग लगने के लिए कोई सोलह स्वप्नों के प्रतीक लेकर चल रहा था, कोई सजे हुए कलश और कोई आचार्यश्री के त्याग की प्रतिमूर्ति। इस बीच तख्तियों के माध्यम से शाकाहार, पर्यावरण सुरक्षा व गौ रक्षा का संदेश भी दिया गया। इसके साथ ही युवाओं ने भी अपने डे्रस कोड निर्धारित किए थे।
प्रतियोगिता में वामादेवी महिला मंडल को प्रथम पुरस्कार मिला। संगठन की महिलाओं ने निर्देशों पर खरे उतरते हुए उपलब्धि हासिल की। वहीं द्वितीय स्थान पर आचार्यश्री विद्यासागर महिला मंडल सुभाष गंज एवं तृतीय स्थान पर दिगंबर जैन महिला परिषद रहा। विशेष प्रोत्साहन पुरस्कार श्रीजी सेवा संगठन पुराना बाजार को दिया गया। इसके साथ ही बहु बेटी संगठन, त्रिशला महिला मंडल, शांति महिला मंडल, गांव मंदिर पाठशाला, शांतिनगर पाठशाला व दिगंबर जैन महिला महासमिति, महिला जैन मिलन शाढ़ौरा सहित गुना सेवादल को भी सम्मानित किया गया।