
वन मेले में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले प्रोडक्ट की डिमांड
Forest fair- मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इन दिनों जड़ी-बूटियों और वन उत्पादों की जमकर बिक्री हो रही है। यहां अंतर्राष्ट्रीय वन मेला 2025 लगा है जहां खरीदी के लिए लोग उमड़ रहे हैं। मध्यप्रदेश के वन विभाग के तत्वावधान में यह मेला लगाया गया है जिससे यहां मिलनेवाली सभी सामग्रियों की शुद्धता पर लोगों का विश्वास बना हुआ है। इससे वन व आयुर्वेदिक उत्पादों की जबर्दस्त बिक्री हो रही है। यहां शिलाजित जैसे इम्यूनिटी बढ़ाने वाले प्रोडक्ट की खूब डिमांड है। वन मेले में आयुर्वेदिक चिकित्सकों और पारम्परिक नाड़ी वैद्यों द्वारा निशुल्क जांच की भी व्यवस्था है। यहां अनेक आकर्षक प्रदर्शनियां लगाई गई हैं और रोज विभिन्न कल्चरल प्रोगाम भी आयोजित किए जा रहे हैं। इन सब कारणों से अंतर्राष्ट्रीय वन मेले के प्रति लोगों का उत्साह कम होता नज़र नहीं आ रहा है।
जहांगीराबाद के लाल परेड ग्राउंड में आयुर्वेदिक उत्पाद खरीदने, निःशुल्क चिकित्सा परामर्श लेने और आकर्षक कार्यक्रम व प्रदर्शनियां देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय वन मेले के आयोजन का यह 11 वां साल है। मेला अब समापन की ओर है जिससे खरीदारों की भीड़ बढ़ गई है।
अंतर्राष्ट्रीय वन मेले के छठे दिन ऐलोबेरा, महुआ से बने फेश पैक, तुलसी सीरप, आंवला जूस और बेल शर्बत लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे। खरीदानों ने ग्रोविट, च्यवनप्राश, त्रिफला, अर्जुन, चाय, महुआ फेश पैक और अन्य स्वास्थ्यवर्धक औषधियां व खाद्य सामग्रियों भारी मात्रा में खरीदीं। मेले में आयुर्वेदिक चिकित्सकों और पारम्परिक नाड़ी वैद्यों की कार्यशाला का आयोजन भी किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय वन मेले में सोमवार को दोपहर तक 1.58 करोड़ रुपए से ज्यादा की जड़ी-बूटियां और वन उत्पादों की बिक्री हो चुकी थी। वन अधिकारी बताते हैं कि शिलाजित, बाडी लोशन, एंटी एजिंग क्रीम की डिमांड सबसे ज्यादा है। ठंड के मौसम में अधिकांश युवा, विशेषकर विवाहित पुरुष शिलाजित का सेवन करते हैं। बाजार में इसकी भरमार है पर शुद्धता को लेकर लोगों को आशंका बनी रहती है। मेला अधिकारियों के अनुसार वन मेले में बिक रहीं वनोपजों और जड़ी बूटियों की शुद्धता पर खरीदारों को खासा भरोसा है। यही कारण है कि यहां शिलाजित की बिक्री लगातार बढ़ती जा रही है।
मेले का समापन 23 दिसंबर यानि मंगलवार को शाम 5 बजे होगा। प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह और वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार समापन समारोह में शिरकत करेंगे।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार सोमवार को निःशुल्क ओपीडी परामर्श की सुविधा को 500 से अधिक लोगों ने लाभ लिया। 120 आयुर्वेदिक चिकित्सकों और परंपरागत वैद्यों ने जांच की। निःशुल्क चिकित्सा परामर्श के लिए स्थापित ओपीडी में मंगलवार को दोपहर 3 बजे तक सेवाएं दी जाएंगी।
Published on:
22 Dec 2025 09:21 pm
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