28 मामलों का भंडाफोड़ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मंत्रालय के हवाले से बताया गया है कि पुलिस ने ऑनलाइन सामग्री पोस्ट करने के लिए किराए पर रखे गए। ऑनलाइन ट्रोल या घोस्ट राइटर्स के 28 मामलों का भंडाफोड़ किया,जो गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त थे। कई चरणों में चले इस अभियान में 67 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।
80 से ज्यादा उद्यमों और संस्थानों को ब्लैकमेल किया मंत्रालय के मुताबिक, 80 से ज्यादा उद्यमों और संस्थानों को ब्लैकमेल किया गया था। एक बयान में एमपीसी ने कहा कि ये संदिग्ध फिरौती, धोखाधड़ी, अवैध कारोबार में शामिल थे और व्यक्तिगत जानकारियों का दुरुपयोग कर रहे थे। एमपीएस ने कहा कि कुछ संदिग्ध सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे माइक्रोब्लॉगिंग सेवा सिना वेइबो और वीचैट का इस्तेमाल कर रहे थे और अपनी वेबसाइट विदेशों से चला रहे थे।