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पिछले 4 सालों में तेजी से समृद्ध हुआ भारत, पहुंचा चीन के नजदीक: स्टडी

प्रॉस्पेरिटी इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार समृद्धि के लिहाज से भारत 2012 की अपेक्षा पिछले साल 2016 अधिक मजबूती से सामने आया है।

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Mohit sharma

Dec 12, 2017

india china

नई दिल्ली। भारत अब पड़ोसी देश चीन के साथ समृद्धि की खाई को पाटता जा रहा है। लंदन स्थित लेगातुम इंस्टिट्यूट के तेजा लेगातुम प्रॉस्पेरिटी इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार समृद्धि के लिहाज से भारत 2012 की अपेक्षा पिछले साल 2016 अधिक मजबूती से सामने आया है। यही नतीजा है कि भारत 4 पायदान चीन के करीब पहुंचकर रैंकिंग के 100वें स्थान पर जा पहुंचा है। बता दें कि इस रिपोर्ट में चीन फिलहाल 90वें स्थान पर है।

तेजी से उभरा भारत

रिपोर्ट की मानें भारत व्यावसायिक माहौल, आर्थिक गुणवत्ता और प्रशासनिक सुधारों के चलते अपने पड़ोसी देश चीन के काफी नजदीक आ गया है। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में इस साल हुई नोटबंदी और वस्तु एंव सेवा कर लागू होने से जीडीपी में होने वाली बढ़ोतरी को झटका लगा है। बता दें कि रिपोर्ट में शामिल किए गए अहम बिंदुओं की लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स, टुफ्ट्स यूनिवर्सिटी, ब्रूकिंग्स इंस्टिट्यूशंस और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया, सन डिएगो जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से विभिन्न विषयों के एक्सपर्ट ने गहनता से समीक्षा की है।

क्या कहती है रिपोर्ट ——

प्रॉसपेरिटी इंडेक्स में नौ सब-इंडिसेज हैं-

1— बिजनस इन्वाइरनमेंट
2— गवर्नैंस
3— एजुकेशन
4— हेल्थ
5— सेफ्टी ऐंड सिक्यॉरिटी
6— पर्सनल फ्रीडम
7— सोशल कैपिटल
8— नैचरल इन्वाइरनमेंट।

दरअसल, इस इंडेक्स में कुल 149 देशों को 104 मापदण्डों पर परखा जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ दिनों में चाइना आर्थिक मोर्चे को लेकर काफी कमजोर दिखाई दिया है। यही नहीं यहां पर लोग नया बिजनेस शुरू करने में अधिक अड़चने और प्रतियोगिता के लिए कम प्रोत्साहन पा रहे हैं। जिसका असर चीन की रैंकिंग पर साफ दिखाई दे रहा है। इससे पहले विश्व बैंक ने कारोबारी सुगमता वाली रिपोर्ट में भारत को काफी तरजीह दी है। रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग में 30 अंकों का सुधार हुआ है। इस मामले में भारत को दुनिया में 100वीं रैंक मिली है। पिछले साल भारत की रैंकिंग 130 थी। 190 देशों में भारत को 100वां स्थान मिला है। वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि रिपोर्ट बताती है कि भारत में बिजनेस करना आसान हुआ है। उन्होंने कहा कि पहली बार भारत टॉप 100 देशों में शामिल हुआ है। यह रैंकिंग में किसी देश की सबसे बड़ी उछाल है।