
बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत दौरे पर शुक्रवार को चेन्नई पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग के बीच अनौपचारिक बातचीत के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
हालांकि शनिवार को एक बार फिर से चीन और भारत के नेताओं के बीच अनौपचारिक शिखर बैठक चेन्नई में आयोजित होगी। इस शिखर बैठक की चर्चा में भारत स्थित चीनी राजदूत सुन वेइतुंग ने बताया कि अनौपचारिक शिखर बैठक चीन-भारत संबंधों को स्वस्थ और स्थिर विकास के रास्ते पर बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा कि पिछली अप्रैल में चीन के वुहान में हुई पहली अनौपचारिक शिखर बैठक में दोनों नेताओं ने चीन-भारत संबंधों के विकास के लिए दिशा दिखाई। पिछले एक साल में चीन-भारत संबंध स्वस्थ और स्थिर विकास की पटरी पर दाखिल हुए।
कारोबार बढ़ाने पर होगी चर्चा
आर्थिक और व्यापारिक सहयोग के बारे में सुन वेइतुंग ने बताया कि चीनी पक्ष चीनी उद्यमों का भारत में निवेश प्रोत्साहन करता है। आशा है कि भारतीय पक्ष चीनी उद्यमों के लिए अधिक न्यायपूर्ण, सद्भावपूर्ण और सुविधाजनक वातावरण तैयार करेगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में 1 हजार से अधिक चीनी उद्यम भारत में कारोबार करते हैं और उनके निवेश की कुल रकम 8 अरब अमेरिकी डॉलर है और स्थानीय लोगों के लिए 2 लाख नौकरी के अवसर सृजित हुए हैं।
सुन वेइतुंग ने बताया कि चीन और भारत समान चुनौती और अवसर का सामना कर रहे हैं। उन्होंने दोनों देशों से अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों में संपर्क मजबूत कर एक दूसरे के विकास और बहुपक्षवाद की सुरक्षा करने की अपील की।
सुन वेइतुंग ने बताया कि अगले साल चीन और भारत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ होगी। दोनों पक्ष इस विशेष साल को मनाने के लिए सिलसिलेवार कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर.
Updated on:
12 Oct 2019 08:43 am
Published on:
11 Oct 2019 10:50 pm
बड़ी खबरें
View Allएशिया
विदेश
ट्रेंडिंग
