पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पनामा पेपर लीक मामले में नवाज शरीफ को दोषी करार दिया। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने उनसे पद छोड़ने को कहा है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पनामा पेपर लीक मामले में नवाज शरीफ को दोषी करार दिया। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने उनसे पद छोड़ने को कहा है। इस दस्तावेज में दुनियाभर के कई बड़ी हस्तियों के नाम शामिल है, जिसमें 500 भारतीय भी हैं। आइए आपको बताते हैं कि क्या है पनामा पेपर लीक जिस वजह से दुनिया की कई बड़ी हस्तियों की नींद उड़ी हुई है।
2.6 टेराबाइट डाटा हुआ है लीक
इंटरनेशनल कन्सॉर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ICIJ) नाम के एक एनजीओ ने पनामा पेपर्स का खुलासा किया था। यह खुलासा पनामा देश के मोसेक फोंसेका नाम की कानूनी फर्म के सर्वर को हैक करके 2013 में किया गया था। जो डाटा लीक हुआ है वो करीब 40 सालों का है। इस पेपर लीक में उनके नाम है जिन्होंने अपनी अरबों की संपत्ति गौरकानूनी रूप से छुपा कर रखी है। जर्मनी की मीडिया के मुताबिक इस पेपर लीक में 2.6 टेराबाइट डाटा है, जिसको संग्रहित करने के लिए 600 डीवीडी की जरूरत पड़ेगी।
क्या काम करती है मोसेक फोंसेका?
मोसेक फोंसेका पनामा की एक लॉ कंपनी है। अगर किसी शख्स के पास काला धन है तो वो इस कंपनी की मदद से उसे सफेद कर सकता है। इसके लिए मोसेक फोंसेका फर्जी कंपनी खोल कर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा करती है। दुनिया भर में यह फर्जीवाड़ा फैला हुआ है।
क्या है इन दस्तावेजों में?
इन दस्तावेजों में है कि कैसे अलग-अलग देशों की बड़ी हस्तियां ने गैरकानूनी तरीके से अपनी अरबों की संपत्ति को ऐसी जगह लगाया जहां टैक्स का कोई चक्कर नहीं है। इसका मतलब साफ है कि पनामा पेपर लीक में जिनका नाम है उन्होंने बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी कर और भ्रष्टाचार के जरिए अरबों रुपये के काले धन को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। जिससे उन देशों की सरकार को बड़ा नुकसान हुआ। इसमें भारत के 500 लोग शामिल हैं, जिसमें से 300 लोगों के नाम का खुलासा हो चुका है।
ये बड़ी हस्तियां फंसी
आईसीआईजे के मुताबिक इसमें आइसलैंड और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, यूक्रेन और रुस के राष्ट्रपति शामिल हैं। सऊदी अरब के राजा का नाम भी इस मामले में सामने आया था।