ओली-दहल के बीच 6 बैठकें बेनतीजा रहीं ओली और दहल ने मंगलवार को चर्चा में फैसला किया कि बुधवार को स्टैंडिंग कमिटी की बैठक की जाएगी। मगर इस बैठक को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। पार्टी के सूत्र के अनुसार दोनों नेताओं के बीच बैठक टलना शुभ संकेत नहीं है। सोमवार को दोनों नेताओं ने एक के बाद एक छह बैठकें कीं। इसके बावजूद कोई परिणाम सामने नहीं आया।
फिर से होगी दोनों नेताओं की मुलाकात दहल के प्रेस संचालक बिश्नु सपकोटा के अनुसार बुधवार शाम को भी ओली और दहल ने पीएम आवास में दो घंटे तक बैठक की। इसके बावजूद कोई परिणाम सामने नहीं आया। उन्होंने कहा कि दोनों के मतभेद अब तक सुलझे नहीं हैं और वे दोबारा मीटिंग करेंगे। पार्टी प्रवक्ता नारायण काजी श्रेष्ठ ने बताया कि दोनों नेता अपने-अपने रुख पर कायम हैं और अब तक बीच का कोई रास्ता नहीं निकला है।
ओली इस्तीफे पर राजी नहीं दोनों धड़ों के समर्थक भी सड़कों पर हैं,जिससे हालात सुधर नहीं रहे। काठमांडू में बुधवार को ओली के समर्थकों ने कई प्रदर्शन किए। जिसके बाद पूरे देश में रैलियों का दौर चालू हो गया। हालात ऐसे हो कि दोनों समर्थक दल आमने-सामने आ गए। वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि पार्टी को टूटना नहीं चाहिए। इससे जनता को धक्का लगेगा। यही दलील ओली भी दे रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी उनसे जो कहेगी, वह वही करेंगे और अपना काम करने के तरीको बदल देंगे। मगर इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि लोगों के बहुमत से वह पीएम बने हैं। दूसरी ओर दहल, माधव नेपाल और बामदेव गौतम पार्टी और सरकार में बड़ी भूमिका चाह रहे हैं। उन्हें ओली पर आरोप लगाए हैं कि वह अपने मन से काम करते हैं और सरकार के फैसलों में पार्टी से राय नहीं रखते हैं।