निगार जौहर एक डॉक्टर होने के साथ एक माहिर निशानेबाज भी हैं। लेफ्टिनेंट जनरल जौहर अभी दक्षिण एशिया के सबसे बड़े आर्मी अस्पताल का कार्यभार संभालेंगी। उनकी पाकिस्तान सेना की मेडिकल कोर टीम में तैनाती होगी।
वह 2017 में मेजर जनरल के पद तक पहुंचने वाली तीसरी महिला अधिकारी हैं। जौहर का परिवारिक बैकग्राउंड सेना से जुड़ा हुआ है। उनके पिता और चाचा दोनों आर्मी में थे। वे मेजर (आर) मोहम्मद आमिर की भतीजी हैं, जो पाकिस्तान के पूर्व सेना अधिकारी हैं। वे इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) में भी सेवा दे चुके हैं। उनके पिता कर्नल कादिर ने भी आईएसआई (ISI) में सेवा की थी।
2015 के एक वीडियो में वे पाकिस्तान के सशस्त्र बलों में महिलाओं को सम्मानित करते हुए दिखाई दी। इस दौरान वे यह कहते हुए दिखाई दे रहीं हैं कि ‘पाकिस्तान मेरा देश है और मैं यहां पैदा हुई थी। मैं यहीं पली-बढ़ी और मुझे लगता है कि दुनिया में कहीं भी पाकिस्तान से कोई मुकाबला नहीं किया जा सकता है।
उनकी शिक्षा रावलपिंडी से शुरू हुई। उन्होंने 1978 में रावलपिंडी के कॉन्वेंट गर्ल्स हाई स्कूल से बारहवीं की परीक्षा पास की। 1985 में उन्होंने आर्मी मेडिकल कॉलेज में स्नातक की उपाधि पाई। वह आर्मी मेडिकल कॉलेज के 5वें बैच की छात्रा हैं। उन्होंने उसी कॉलेज में आयशा कंपनी की महिला कंपनी कमांडर के रूप में भी काम किया।
उन्होंने कॉलेज ऑफ फिजिशियन और सर्जन पाकिस्तान की सदस्यता के लिए 2010 में परीक्षा पास की। 2012 में उन्होंने सशस्त्र बल पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल इंस्टीट्यूट और 2015 में एडवांस मेडिकल एडमिनिस्ट्रेशन से डिप्लोमा पूरा किया; उन्होंने उसी संस्थान से मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ की डिग्री पाई है।