पाकिस्तान में रक्षा मामलों की विश्लेषक आयेशा सिद्दिका ने एक मीडिया चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि अमरीका के साथ संबंधों में आई गिरावट के कारण पाकिस्तान के पास बस एकमात्र विकल्प चीन रह गया है। वह ही पाक को आर्थिक क्षेत्र के साथ अन्य क्षेत्रों में मदद कर सकता है। सिद्धीका का कहना अमरीका, भारत और सऊदी अरब एक संगठन बनता जा रहा है। वहीं पाकिस्तान को मजबूरन चीन, रूस और ईरान का साथ देना होगा।
पाकिस्तान से दूर हुआ अमरीका बीते कुछ माह में अमरीका और पाकिस्तान के संबंधों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अमरीका व तालिबान के बीच हुए समझौते में पाकिस्तान की अहम भूमिका रही है। सिद्दीका के अनुसार पाकिस्तान की विदेश नीति पर जब भी बात होती है तो पाक तालिबान के समर्थन और ओसामा बिन लादेन को शरण देने के मामले में चुप्पी साध लेता है। इसके कारण अमरीका और पाक के बीच रिश्तों में गिरावट देखने को मिल रही है।
अमरीका के संग रिश्तों में आई गिरावट का कारण है कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर पनप रहे आतंकी संगठनों को लेकर प्रभावी कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। इन संगठनों के तार दुनियाभर में फैले आतंकी गुटों से हैं। इसके कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाक की छवि बिगड़ती जा रही है। आयशा के अनुसार चीन और ईरान के बढ़ते संबंधों का फायदा पाक को भी होगा, इसको लेकर शक है। पाकिस्तान और ईरान करीब होने बावजूद कुछ मसलों को लेकर एक—दूसरे से दूरी बना रहे हैं। सिद्धीका के अनुसार पाकिस्तान अगर अपने पड़ोसी देश-भारत, ईरान और अफगानिस्तान से रिश्ते सुधार ले तो उसकी स्थिति बेहतर हो सकती है।