पाकिस्तान की कार्रवाईयां अपर्याप्त
इस बैठक में पाकिस्तान को टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग रोकने में नाकाम पाया गया है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने अपने यहां पनप रहे आतंकी संगठनों पर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। पेरिस में चल रही है इस बैठक में भाग लेने पहुंचे अधिकारियों में से एक ने बताया कि ऐसे संकेत हैं कि पाकिस्तान को इन अपर्याप्त कार्रवाईयों के चलते खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान 27 पॉइंट में से मात्र 6 पर ही खरा उतरा पाया है।
पाकिस्तान ने लगभग हर सदस्य देश से संपर्क कर उसे ब्लैकलिस्ट में न डालने के लिए समर्थन मांगा था। पाकिस्तान को तुर्की, मलेशिया और चीन से मदद की उम्मीद थी। लेकिन इस बैठक में ये तीन देश भी किनारा करते दिख रहे हैं। आपको बता दें कि FATF की ग्रे या ब्लैक लिस्ट में डाले जाने पर देश को अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से कर्ज मिलने में कठिनाई होती है। इसके साथ ही देश की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ता है।