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China COVID-19: चीन में तीन महीनों में आएगी कोरोना की तीन लहरें, लाखों मौतों का डर

चीन में कोरोना पाबंदियां घटाने के बाद कोरोना मैनेजमेंट ध्वस्त हो गया है। कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं! अस्पतालों में जगह नहीं है, वहीं चीन की सरकार अब तक हुई मौतों की संख्या पर चुप्पी साधे हुए है। इस बीच, महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी के तीन महीनों में कोरोना की तीन लहरें आ सकती हैं, लाखों की आबादी मौत के मुंह में समा सकती है। इस महीने की शुरुआत में प्रतिबंध हटने के बाद मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

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China COVID-19:  चीन में तीन महीनों में आएगी कोरोना की तीन लहरें, लाखों मौतों का डर

Hospitals full of patients in China since Covid-19 restrictions were lifted.

हांगकांग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, शी जिनपिंग के नेतृत्व वाली चीन की सरकार को सवालों का सामना करना पड़ रहा है जैसे कि सरकार लोगों को घरों में बंद करने और बड़े पैमाने पर टेस्टिंग करने के अलावा अब तक क्या कर रही थी। खासतौर पर तब ,जब चीन वायरस के सामने आने के बाद से कड़े COVID-19 प्रतिबंधों का पालन कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, चीन के अपने टीके भारतीय या पश्चिमी देशों की तरह प्रभावी साबित नहीं हुए हैं। इसके अलावा, अन्य देशों द्वारा विकसित टीके मैन लैंड चीन में अनुपलब्ध हैं।

तीन लहरों से मचेगी तबाही
हांगकांग पोस्ट ने चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुख्य महामारी विज्ञानी वू जुनयू के हवाले से कहा है कि कोरोना का वर्तमान प्रकोप इस सर्दी में चरम पर होगा और तीन लहरों में चलेगा। वू जुनयू ने बीजिंग में एक संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की थी। वू के अनुसार, पहली लहर अब से जनवरी के मध्य तक चलेगी। दूसरी लहर 21 जनवरी से शुरू होने वाले चीनी चंद्र नव वर्ष के लिए देश भर में सैकड़ों लाखों लोगों की सामूहिक यात्रा से शुरू होगी। वहीं, चीन में 'छुट्टियों से काम पर लौटने के बाद फरवरी के अंत से मार्च के मध्य तक तीसरी लहर' का सामना करना पड़ेगा। चंद्र नव वर्ष की छुट्टी से पहले सामूहिक यात्रा से लहर शुरू होने की आशंका है, जो 21 जनवरी को पड़ती है क्योंकि लोग दिन मनाने के लिए अपने गृहनगर की यात्रा करते हैं।

चीन ने मामलों का रिकॉर्ड रखना ही छोड़ा, अस्पताल भरे
हांगकांग पोस्ट ने पश्चिमी मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि चीन के अस्पतालों में बड़ी संख्या में रोगी आ रहे हैं और खुद स्वास्थ्य अधिकारियों के संक्रमित होने के कारण समस्या बढ़ गई है। इस बीच, मांग में वृद्धि के कारण फार्मेसी स्टॉक से बाहर चल रही हैं और सप्लाई की संभावना खत्म होती जा रही है। न्यूज रिपोर्ट के अनुसार आधिकारिक गिनती लगभग 2,000 होने के बावजूद लोग अपने आसपास अनगिनत मामलों की रिपोर्ट कर रहे हैं। पिछले हफ्ते, चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने स्वीकार किया कि स्पर्शोन्मुख संक्रमणों पर नजर रखना 'असंभव' है और यह अब उनकी गिनती नहीं करेगा।

...तो चीन में होगी 10 लाख कोरोना मौतें!
विशेषज्ञों ने आने वाले महीनों में एक लाख मौतों की भविष्यवाणी की है। विशेषज्ञों के अनुसार, चीन बुजुर्गों के टीकाकरण की दर को मजबूत करने, अस्पतालों में गहन देखभाल क्षमता और एंटीवायरल दवाओं के भंडार की कमी का सामना कर रहा है। हांगकांग विश्वविद्यालय के तीन प्रोफेसरों के अनुमानों के अनुसार, देश भर में कोरोना पाबंदियां हटने से मौजूदा परिस्थितियों में प्रति 1 लाख लोगों पर 684 लोगों की मौत हो सकती है। चीन की आबादी 1.4 अरब है, ऐसे में यह आंकड़ा 9,64,400 मौतों तक पहुंच सकता है।

हालात संभालना हुआ मुश्किल, टीकाकरण कम
अनुमान है कि सभी प्रांतों में COVID-19 प्रतिबंध हटाने से अस्पताल की क्षमता में 1.5 से 2.5 गुना वृद्धि देखी जाएगी। अगर चीन लोगों को बूस्टर शॉट्स और एंटी-वायरल ड्रग्स दे तो स्थिति से बचा जा सकता है। चौथी खुराक का टीकाकरण 85% को कवर करता है और एंटीवायरल कवरेज 60% तक पहुंच जाता है, तो मृत्यु दर को 26% से 35% तक कम किया जा सकता है।