
रिंग के साथ शनि को देखने का नजारा पूरी रात दिखेगा
आकाश और चांद तारों में रुचि रखने वालों को बता दें कि आज 27 अगस्त दोपहर में सौरमंडल का वलय वाला ग्रह शनि पृथ्वी के सबसे करीब आ गया। हालांकि शाम ढलने के बाद ही टेलीस्कोप से इसको इसके खूबसूरत वलय (रिंग) के साथ देखा जा सका। इस अद्भुत खगोलीय घटना का सुबह तक दीदार किया जा सकेगा, एस्ट्रोनॉमी के जानकर जिसका अरसे से इंतजार कर रहे थे। इसके बाद इस खगोलीय घटना के लिए एक साल का इंतजार करना पड़ेगा।
भोपाल में विज्ञान प्रसारक सारिका गारू ने बताया कि पृथ्वी और शनि के करीब आने का कारण सूर्य की परिक्रमा है। परिक्रमा करते हुए पृथ्वी आज सूर्य और शनि के बीच पहुंच गई। इस तरह भारतीय समय के अनुसार दोपहर 1.50 बजे शनि, पृथ्वी और सूर्य तीनों एक सीधी रेखा में आ गए और शनि पृथ्वी के करीब। इस कारण यह अपेक्षाकृत अधिक चमकीला नजर आ रहा है।
इसके बाद 08 सितंबर 2024 को करीब आएंगे पृथ्वी और शनि
सारिका ने बताया कि 27 अगस्त शाम को सूर्योस्त के बाद पूर्व दिशा में यह खगोलीय घटना होती दिखी और यह शनि रात भर आकाश में भ्रमण करता दिखेगा और सुबह सबेरे सूर्यादय के पहले पश्चिम में अस्त होगा। अगर आपके पास टेलिस्कोप है तो आप इसे रिंग के साथ अब भी चमकता देख सकते हैं। बिना टेलीस्कोप के यह तारे के जैसा ही नजर आएगा। इसके रिंग नहीं नजर आएंगे। सारिका ने बताया कि इसके बाद यह खगोलीय घटना अगले साल 08 सितंबर 2024 को होगी।
30 अगस्त को नजर आएगा सुपरमून
शनि ग्रह के धरती के करीब आने की घटना के बाद 30 अगस्त को सुपरमून नजर आएगा, जिसको ‘ब्लू मून‘ भी कहा जाता है। ब्लू मून की घटना करीब ढाई साल में एक बार होती है। इससे पहले ब्लूमून 22 अगस्त 2021 में देखा गया था। इससे पहले एक अगस्त को ब्लू मून देखा गया था।
क्या होता है ब्लू मून
जब एक महीने में दो पूर्णिमा आती है तो दूसरी पूर्णिमा वाले सुपरमून को ब्लू मून कहा जाता है।
Published on:
27 Aug 2023 09:46 pm
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