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Astrological Prediction: इस बार पड़ेगी भयंकर ठंड, कई सालों का टूटेगा रिकॉर्ड

जानें इस बार क्या संकेत दे रहे हैं ग्रह नक्षत्र...

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Indian vedic jyotish predictions for Cold Weather 2020-21

Indian vedic jyotish predictions for Cold Weather 2020-21

ज्योतिष के ग्रहों की बदलती चाल और स्थिति इस बार यानि 2020—21 में भयंकर ठंड की ओर संकेत करती दिख रही है। जिसके चलते ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि अगले चंद दिनों बाद से कड़ाके की ठंड शुरु हो सकती है। दरअसल इन दिनों हो नक्षत्रों की चाल इस बार ऐसी ठंड की ओर इशारा करते दिख रही है, जो आज से सेंकडों वर्ष पहले पड़ी हो।

मेदिनी ज्योतिष में गुरु, शुक्र और बुध को जलीय ग्रह माना जाता है जो की परस्पर युति या दृष्टि के कारण सर्दियों में बर्फ़बारी और शीत लहर को जन्म देते हैं। ऐसे में अभी ठण्ड के और बढ़ने और उत्तर भारत में कुछ स्थानों पर हल्‍की बारिश के भी संकेत मिल रहे हैं। वर्तमान में चल रही शीतलहर का प्रकोप अगले 1 माह में अत्यधिक बढ़ सकता है।

पंडित सुनील शर्मा के अनुसार 17 दिसंबर 2020 को बुध का धनु राशि में गोचर होगा। धनु राशि में सूर्य के साथ बुध के आने से सूर्य बुध आदित्य योग का निर्माण होने जा रहा है, जो शुभ फल प्रदान करेगा। वहीं 24 दिसंबर 2020 को मंगल का मेष राशि में भी अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा। वहीं मकर में ग्रहों की स्थिति ठंड को ओर अधिक भीषण बनाते दिख रहे हैं। वहीं सर्दी को बढ़ाने में शनि की मुख्य भूमिका भी दिख रही है। इसके अलावा 17 दिसंबर 2020, बुध का धनु राशि में गोचर भी ठंड को लेकर कुछ संकेत देता है। साथ ही चंद्र की स्थिति भी इस साल ठंड के कई सालों के रिकॉर्ड के टूटने का संकेत दे रही है।

दरअसल शनि की ये स्थिति ठंडक सीलन (धूंध) युक्त मौसम, तापमान में गिरावट के साथ ही धुंधला ठंडा मौसम बनाने वाली होती है। जिसके 27 दिसंबर तक रहने की संभावना है। वहीं मैदिनी ज्योतिष शास्त्र में जलवायु, पर्यावरण व प्रकृति के परिवर्तन का कारक ग्रह बुध को माना जाता है। ऐसे में बुध के प्रभाव के चलते 27 दिसंबर के बाद साफ़ मौसम लेकिन अत्यधिक ठंड करता हुआ दिख रहा है।

वहीं दूसरी ओर मौसम के जानकार एके शर्मा का भी कहना है कि इस बार उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बरसात के साथ जबरदस्त बर्फबारी का अंदेशा है। जिसके चलते पहाड़ों पर बर्फ जमने से सर्द उत्तरी हवाएं दिसंबर 2020 - जनवरी 2021 की ठंड में इजाफा करेंगी। इसके अलावा दिसंबर 2020 की 11 से 14, 24 से 26 और 29 से 31 दिसंबर तक देश के कई हिस्सों में खण्डवृष्टि, शीतलहर हो सकती है।

इसके साथ ही ज्योतिष के ग्रहों के अनुसार जनवरी में देश के कुछ जिलों में बारिश मौसम में तेजी से बदलाव कारण बन सकती है, इसमें नागपुर में जनवरी के पहले सप्ताह में बारिश होने की संभावना के साथ ही उत्तर भारत में इसी समय बर्फबारी और कुछ जगहों पर बारिश परेशानी का सबब बनती दिख रही है। इसके अलावा जनवरी 2021 में ही वायुमंडलीय हवा के ऊपरी भाग के पैटर्न में बदलाव के आसार हैं।

ज्योतिष के जानकारों के अनुसार ग्रहों की स्थिति ये साफ संकेत दे रही है कि आने वाली ठंड कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ देगी। एक ओर जहां उत्तर भारत में ठंड ने आते ही लोगों को कंपाना शुरू कर दिया है। वहीं आने वाले दिनों में ठंड और कड़क होने वाली है,जिसके चलते दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों सहित देश के कई राज्य भयानक ठंड की चपेट में आ सकते हैं। ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक दिसंबर से फरवरी 2021 तक अगले तीन महीने में कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड में अगले 3 माह में बर्फबारी का दौर देखने को मिलेगा और इसका असर मैदानी भाग पर भी दिखेगा।