Surya Ko Arghya Video: जयपुर के ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश चंद्र शास्त्री के अनुसार वायु पुराण में सूर्यदेव को अर्घ्य देने के तरीकों और मंत्र का उल्लेख मिलता है। इसके अनुसार प्रात:काल स्नान करके सूर्यदेव को अर्घ्य जरूर देना चाहिए। इसके लिए तांबे के लोटे में जल, चावल, लाल चंदन,लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य दें। उन्होंने बताया कि यदि अर्घ्य सूर्योदय से पहले दे रहे हैं तब तो तीन बार अर्घ्य दें वहीं अगर सूर्योदय के बाद अर्घ्य दे रहे हैं तो चार बार अर्घ्य दें। अर्घ्य देते समय “ऊं घृणि सूर्याय नम:” इस मंत्र का जाप करना चाहिए।