मौके पर मिले असिस्टेंट मैनेजर आनन्द किशोर ने बात करने पर बताया कि मैनेजर साहब इटावा से प्रतिदिन आते हैं तो इसलिए लेट हो जाते हैं, परंतु जब तक मैनेजर साहब नहीं होते तो मैं खुद लोगो का पेमेंट एवं जमा कराता हूं।
मौके पर मौजूद लगभग 70 वर्षीय ग्राम सूरजपुर निवासी ग्याप्रसाद एवं अनुज यादव ने बताया कि हम लोग पिछले एक घंटे से इंतजार कर रहे हैं, परन्तु मैनेजर साहब के न होने के कारण हम लोगों को भुगतान नहीं मिल पाया। ये हाल पहली बार नहीं जब हर दिन कभी भी ग्यारह बजे से पहले बैंक का कार्य शुरू नहीं होता, जबकि कस्बा की अन्य बैंकों में समय से कार्य शुरू हो जाता है।
ग्रामीण क्षेत्रों की बैंकों का ज्यादातर यहीं हाल है। यहां बैंकों में समय से अधिकारी और कर्मचारी नहीं आते हैं। लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मौके पर मौजूद लोगों ने जिलाधिकारी जी से मांग की है कि जल्द से जल्द इस विषम समस्या का निदान निकाला जाए, जिससे जमाकर्ताओं को हो रही परेशानियों से निजात मिल सके।